पटना : अस्थमा व एलर्जी से बचने को पालतू कुत्ते पक्षी से बनाएं दूरी
पटना : घर में पालतू जानवरों से सीवियर अस्थमा यानी इंस्टीशन निमुनाइटिस बीमारी होने का खतरा अधिक होता है. खास कर कुत्ते, कबूतर, कॉकरोच और बिल्ली आदि जानवरों से दूर रहना चाहिए. क्योंकि उनके शरीर से हवा में उड़ने वाले हानिकारक तत्व शरीर के अंदर प्रवेश कर फेफड़े में रोग को उत्पन्न कर देते हैं […]
पटना : घर में पालतू जानवरों से सीवियर अस्थमा यानी इंस्टीशन निमुनाइटिस बीमारी होने का खतरा अधिक होता है. खास कर कुत्ते, कबूतर, कॉकरोच और बिल्ली आदि जानवरों से दूर रहना चाहिए.
क्योंकि उनके शरीर से हवा में उड़ने वाले हानिकारक तत्व शरीर के अंदर प्रवेश कर फेफड़े में रोग को उत्पन्न कर देते हैं और इससे एलर्जी होने लगती है. यह कहना है पीएमसीएच टीबी एवं चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अशोक शंकर सिंह का. विश्व अस्थमा दिवस के बारे में जानकारी देने के लिए मंगलवार को आर ब्लॉक स्थित एक होटल में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. विश्व अस्थमा दिवस 7 मई को है.
इसमें डॉ अशोक ने कहा कि अस्थमा के मरीजों के लिए इनहेलर थेरेपी सबसे कारगर चिकित्सा पद्धति है. वहीं एनएमसीएच शिशु रोग विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ सरोज कुमार ने कहा कि अगर जांच कराने में अस्थमा की पुष्टि हुई है, तो आप ठंडी चीजें खाने से बचें. अधिक समय तक एसी में न रहें. अगर बलगम नहीं आता है, तो भी एक बार पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (पीएफटी) जांच जरूर करा लें.