पटना : बच्चों के लिए बिहार सरकार का अलग बजट बनेगा
आइटीआइ के लिए भाषा परीक्षा 15 को पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से औद्योगिक प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक स्तरीय भाषा (हिंदी एवं अंग्रेजी) परीक्षा 15 मई को ली जायेगी. इस परीक्षा का आयोजन सभी प्रमंडलीय मुख्यालय के जिलों में किया जायेगा. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 15 […]
आइटीआइ के लिए भाषा परीक्षा 15 को
पटना : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से औद्योगिक प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक स्तरीय भाषा (हिंदी एवं अंग्रेजी) परीक्षा 15 मई को ली जायेगी. इस परीक्षा का आयोजन सभी प्रमंडलीय मुख्यालय के जिलों में किया जायेगा.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि 15 मई को प्रथम पाली में पूर्वाह्न 09:30 बजे से अपराह्न 12:45 बजे तक हिंदी विषय की परीक्षा होगी. हिंदी विषय की परीक्षा में 50 अंकों के ऑब्जेक्टिव तथा 50 अंकों के सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जायेंगे.
द्वितीय पाली में अंग्रेजी विषय की परीक्षा अपराह्न 01:45 बजे से शाम 05:00 बजे तक होगी. इसमें 50 अंकों के ऑब्जेक्टिव प्रश्न तथा 50 अंकों के सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जायेंगे. परीक्षा का एडमिट कार्ड समिति के वेबसाइट www.biharboard.online पर 05 मई को ही जारी कर दिया गया है. बोर्ड अध्यक्ष ने कहा कि संबंधित आइटीआइ संस्थान के प्रधान विद्यार्थियों का एडमिट कार्ड डाउनलोड कर हस्ताक्षर के साथ 12 मई तक उपलब्ध करायेंगे. मालूम हो समिति की ओर से आइटीआइ की ट्रेनिंग प्राप्त उत्तीर्ण अभ्यर्थियों अथवा आइटीआइ में प्रथम वर्ष उत्तीर्ण तथा द्वितीय वर्ष में अध्ययनरत अभ्यर्थियों को 12वीं के समकक्ष मान्यता देने के लिए औद्योगिक प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक स्तरीय भाषा (हिंदी एवं अंग्रेजी) परीक्षा, 2019 का आयोजन किया जा रहा है.
पटना. बिहार में आइटीआइ की पढ़ाई करने वाले छात्रों को बेहतर प्रैक्टिकल का ज्ञान हो, इसके लिए श्रम संसाधन विभाग के प्रयास से छात्रों को जॉब ट्रेनिंग दी जायेगी. विभागीय स्तर पर कंपनियों को इसके लिए प्रोत्साहित किया जायेगा और जिला स्तर पर सेमिनार का आयोजन होगा. इसके तहत छात्रों को अधिक फायदा होगा और वह पढ़ाई के अंतिम सत्र में कंपनी, फैक्ट्री, फॉर्म में जाकर आराम से ट्रेनिंग ले पायेंगे. इस प्रक्रिया में भारत सरकार के माध्यम से छात्रों को ऑन जॉब ट्रेनिंग देने के लिए कंपनी को कम-से-कम प्रत्येक माह 1500 रुपये दिया जायेगा. फिलहाल 70 से अधिक छोटी-बड़ी कंपनियों व फैक्ट्रियों से बात लगभग हो गयी है और अगले सत्र से छात्रों को ऑन जॉब ट्रेनिंग मिलने लगेगी.
कंपनियों से होगा अनुबंध, छात्र काम करते हुए बना पायेंगेप्रोजेक्ट : विभागीय स्तर पर बेहतर ट्रेनिंग कराने को कंपनियों से समझौता किया जायेगा. इसके लिए कंपनियों को हर साल छात्रों को अपने यहां ट्रेंड करना होगा.
ताकि, उसके बाद उसे बेहतर काम के लिए कंपनी प्रमाणपत्र दें और उसे लेकर वह किसी भी राज्य में नौकरी के लिए आवेदन कर सके. छात्रों को कॉलेज में थ्योरी पढ़ने के बाद फैक्ट्री में जाकर छह या नौ माह तक काम करना होगा और काम के दौरान परेशानियों को खुद दूर करना होगा. वहीं, कंपनी कैसे काम करती है. समझ कर प्रोजेक्ट भी बनाना होगा.