लोकसभा चुनाव : पेयजल, शिक्षा और बेरोजगारी की समस्या से हर इलाका परेशान

पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्रों में कमोबेश एक समान समस्याओं से जूझ रहे हैं लोग पटना : मध्य बिहार की चार लोकसभा सीटों पर आम आदमी कमोबेश एक समान समस्याओं से जुझ रहा है. पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा और जहानाबाद में भूगर्भ जल स्तर प्रमुख समस्या बनती जा रही है. कई प्रखंडों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 8, 2019 6:45 AM
पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा और जहानाबाद लोकसभा क्षेत्रों में कमोबेश एक समान समस्याओं से जूझ रहे हैं लोग
पटना : मध्य बिहार की चार लोकसभा सीटों पर आम आदमी कमोबेश एक समान समस्याओं से जुझ रहा है. पटना साहिब, पाटलिपुत्र, नालंदा और जहानाबाद में भूगर्भ जल स्तर प्रमुख समस्या बनती जा रही है. कई प्रखंडों में स्थिति भयावह है. सरकार ने पटना सदर समेत कई प्रखंडों में बोरिंग करने पर रोक लगा दी है. राजधानी समेत इन चारों सीटों पर शिक्षा एक प्रमुख सवाल है.
सड़क और बेरोजगारी की समस्या से हर इलाका परेशान है. लेकिन, यह मुद्दा चुनाव का अाधार बनता नहीं दिख रहा है. ऐसे में समस्याओं का चुनावी मुद्दा नहीं बन पाने से क्षेत्र के लोग दुखी हैं. इन चारों लोकसभा क्षेत्रों में सातवें चरण के दौरान 19 मई को मतदान होगा.
पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र
पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के खुशरूपुर, पटना सदर और संपतचक प्रखंडों में ग्राउंड वाटर लगभग खत्म हो चुका है. यहां बोरिंग करने से मनाही कर दी गयी है. ऐसे में इस क्षेत्र के लोगों के सामने पेयजल संकट पैदा हो गया है. टैंकर और सप्लाई के पानी का ही सहारा है.
वहीं क्षेत्र में सड़क का विकास अधूरा है. मास्टर प्लान, मेट्रो रेल, रोजी- रोजगार के िलए बड़े उद्योग की स्थापना यहां का चुनावी मुद्दा है. इसी लोकसभा क्षेत्र में पटना की धारावी कही जाने वाली स्लम बस्ती कमला नेहरू नगर है. करीब 25 हजार की आबादी वाली इस बस्ती में मूलभूत सुविधाएं पेयजल, स्कूल, अस्पताल का अभाव है. पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के वर्तमान सांसद शत्रुघ्न सिन्हा हैं. इस बार वे कांग्रेस के उम्मीदवार हैं और उनका मुकाबला भाजपा के रविशंकर प्रसाद से है.
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के मसौढ़ी, फुलवारीशरीफ और पुनपुन प्रखंड में भी ग्राउंड वाटर लगभग खत्म हो चुका है. यहां पेयजल और सिंचाई का संकट है. क्षेत्र के पालीगंज बाजार से बाहर-बाहर लोगों की बाइपास निकालने की मांग है.
मनेर में आर्सेनिक युक्त पानी, बिहटा में जमीन के मुआवजे का मुद्दा, बिक्रम विधानसभा क्षेत्र में सिंचाई का पानी, ट्रॉमा सेंटर में डॉक्टरों की कमी, मसौढ़ी में बस पड़ाव, दानापुर के दियारे इलाके में शिक्षा, चिकित्सा, सड़क की समस्या, फुलवारीशरीफ के ग्रामीण इलाके में नहर की गाद की सफाई, कृषि उत्पादाें की बिक्री के बाजार और दानापुर के दियारे इलाका के लिए पक्का पुल व शहरी क्षेत्र में जल जमाव की समस्या है. यहां के सांसद भाजपा के रामकृपाल यादव हैं. उनका मुकाबला राजद की डॉ मीसा भारती से है.
जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र
जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के घोषी, काको, हुलासगंज, जहानाबाद, रतनी फरीदपुर प्रखंड में ग्राउंड वाटर लगभग खत्म हो चुका है. इस क्षेत्र का औद्योगिक विकास नहीं होने के कारण बेरोजगारी बड़ी समस्या है. एनएच-83 के फोरलेन नहीं बन पाने और सड़क खराब होने से लोगों को परेशानी होती है. यहां के वर्तमान सांसद डॉ अरूण कुमार हैं. यहां जदयू से चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी और राजद के डॉ सुरेंद्र प्रसाद यादव चुनाव मैदान में हैं.
नालंदा लोकसभा क्षेत्र
नालंदा लोकसभा क्षेत्र के गिरियक, रहुई, नुरसराय, हरनौत, इसलामपुर, राजगीर, अस्थावां, बेन, करायपरसुराय, परवलपुर और बिंद प्रखंडों में ग्राउंड वाटर लगभग खत्म हो चुका है. ऐसे में इस क्षेत्र में पेयजल और सिंचाई के पानी का संकट है.
लोगों की शिकायत है कि राजगीर में डिग्री कॉलेज नहीं खुला. क्षेत्र में सात निश्चय योजनाओं की रफ्तार तेज नहीं है. यहां के वर्तमान सांसद कौशलेंद्र कुमार हैं. उनका मुकाबला महागठबंधन से ‘हम’ प्रत्याशी अशोक कुमार आजाद से है.

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