पटना : चुनाव के दौरान हुई बड़ी खरीदारी पर आयकर विभाग की नजर, शो-रूम, जमीन रजिस्ट्री कार्यालय से मांगा गया ब्योरा
पटना : मौजूदा लोकसभा चुनाव में आयकर विभाग कैश की लेन-देन पर तो सख्त नजर रखे हुए ही हैं, अब बड़े लेन-देन या गिफ्ट पर भी नजर रखना शुरू हो गया है. इसके तहत राज्य में सभी बड़े शो-रूम, महत्वपूर्ण एवं बड़ी दुकानों के अलावा जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित बड़ी डील की जांच शुरू […]
पटना : मौजूदा लोकसभा चुनाव में आयकर विभाग कैश की लेन-देन पर तो सख्त नजर रखे हुए ही हैं, अब बड़े लेन-देन या गिफ्ट पर भी नजर रखना शुरू हो गया है. इसके तहत राज्य में सभी बड़े शो-रूम, महत्वपूर्ण एवं बड़ी दुकानों के अलावा जमीन की रजिस्ट्री से संबंधित बड़ी डील की जांच शुरू कर दी गयी है.
इसमें बड़ी गाड़ी के अलावा अन्य महंगे सामानों की खरीद के बड़े डील से संबंधित तमाम जानकारी संबंधित संस्थानों या रजिस्ट्री कार्यालयों से मांगी गयी है. इसमें जो भी खरीद संदिग्ध होगी, उनसे पूछताछ की जायेगी. इसके साथ ही इस दौरान जिन्होंने महंगी जमीन या बड़े प्लॉट की रजिस्ट्री करवायी है या कोई बड़ी गाड़ी खरीदी है, उनके बारे में जांच की जायेगी. यह देखा जायेगा कि इसे खरीदने वाले का बैकग्राउंड क्या है.
अब तक एक करोड़ 30 लाख रुपये जब्त
अगर किसी ट्रांजेक्शन में किसी तरह का संदेह सामने आता है, तो इस मामले में आगे की जांच की जायेगी. संबंधित व्यक्ति से पूछा जायेगा कि उनकी इस खरीद का सही स्रोत क्या है. मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान अब तक एक करोड़ 30 लाख रुपये जब्त हुए हैं.
आयकर विभाग के आंतरिक आकलन के अनुसार यह उनकी संभावना से काफी कम है. विभाग को इससे कहीं ज्यादा कैश के जब्त होने का अनुमान था, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. आयकर विभाग की हेल्पलाइन और व्हाट्स एप ग्रुप पर भी अब तक कैश के लेन-देन को लेकर किसी तरह की सूचना नहीं आयी है. इस पर बेकार की सूचनाएं ही आती रहती हैं.
चुनाव में कैश की प्रैक्टिस के बारे में समुचित सूचना नहीं मिल पा रही है, जिस पर कार्रवाई की जा सके. इसके मद्देनजर आयकर विभाग ने लेन-देन की जांच भी शुरू कर दी है. पिछले लोकसभा चुनाव 2014 में 71 लाख 90 हजार और विधानसभा चुनाव 2015 में एक करोड़ 71 लाख रुपये कैश जब्त किये गये थे. इसके अनुपात में वर्तमान चुनाव में कैश सीजर की गति धीमी है.