चौक-चौराहों पर जीत-हार के गणित सुलझाये जा रहे

दरभंगा : दरभंगा संसदीय क्षेत्र का मतदान 29 अप्रैल को संपन्न हुआ था. चूंकि मतगणना में अभी देर है, तो चौक-चौराहों पर बातचीत में जीत-हार के गणित सुलझाये जा रहे हैं. अहले सुबह से देर शाम तक विशेष कर चाय की दुकानें समर्थकों के दावे-प्रतिदावे की मूक गवाह बन रही है. हर का अपना-अपना गुणा-भाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 16, 2019 3:34 AM

दरभंगा : दरभंगा संसदीय क्षेत्र का मतदान 29 अप्रैल को संपन्न हुआ था. चूंकि मतगणना में अभी देर है, तो चौक-चौराहों पर बातचीत में जीत-हार के गणित सुलझाये जा रहे हैं. अहले सुबह से देर शाम तक विशेष कर चाय की दुकानें समर्थकों के दावे-प्रतिदावे की मूक गवाह बन रही है. हर का अपना-अपना गुणा-भाग है.

यहां मुख्य मुकाबला भाजपा के गोपालजी ठाकुर व राजद के अब्दुल बारी सिद्दीकी के बीच है. वैसे कुल आठ उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. ठाकुर व सिद्दीकी के समर्थक अपनी-अपनी जीत तय मान कर चल रहे हैं. चाय-पान की दुकानों पर जब जीत का दावा किया जाता है, तो सामने वाला पूछ बैठता है, कितना से जीतेंगे.
यह सुनते ही समर्थकों का चेहरा थोड़ा गंभीर हो जाता है. इस तरह हुआ होगा, तो इतना से तथा यह हुआ होगा तो अंतर इतना हो जायेगा. अर्थात रिजल्ट आने पर ही समर्थकों को भी पता चल सकेगा कि क्या-क्या हुआ होगा. किस समाज का कितना वोट किधर कटा तथा किस का वोट किधर जुटा. समर्थकों का गणित निश्चित संख्या तो नहीं बता रहा, पर संबंधित उम्मीदवार का जीत तय मान रहा है.
महागठबंधन के उम्मीदवार सिद्दीकी को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री व राजद के कद्दावर नेता रहे मो. अली अशरफ फातमी कहां व कितना नुकसान पहुंचाने में सफल रहे, जीत-हार का अंतर कुछ इस पर भी निर्भर करेगा. पिछले चुनावों की तरह दरभंगा नगर में भाजपा कार्यकर्ताओं का सक्रिय नजर नहीं आना, राजद के परंपरागत वोटरों में मायूसी, चुनाव में स्थानीय मुद्दों का नहीं उठना तथा शौचालय, गैस कनेक्शन व 24 घंटे बिजली सुविधा के माध्यम से पीएम का घरों में अप्रत्यक्ष प्रवेश सारे गुणा-भाग का आधार बन रहे हैं.

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