चुनाव संपन्न होने के बाद भाजपा में रही गहमागहमी, संभावित कैबिनेट और बूथ कमेटी के कार्यकलापों पर होती रही चर्चा

पटना : भाजपा कार्यालय में 23 मई के रिजल्ट का बड़ी बेसब्री से इंतजार हो रहा है. एक्जिट पोल के नतीजे आने के बाद सोमवार को दिन भर बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही लगी रही. पार्टी के सभी बड़े नेता और राज्य स्तरीय मंत्री का जमावड़ा यहां लगा रहा. हालांकि इस गहमागहमी के बीच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 21, 2019 5:58 AM

पटना : भाजपा कार्यालय में 23 मई के रिजल्ट का बड़ी बेसब्री से इंतजार हो रहा है. एक्जिट पोल के नतीजे आने के बाद सोमवार को दिन भर बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही लगी रही. पार्टी के सभी बड़े नेता और राज्य स्तरीय मंत्री का जमावड़ा यहां लगा रहा. हालांकि इस गहमागहमी के बीच पार्टी में थोड़ा गमगीन माहौल भी बना रहा.

कारण था, पूर्व विधायक महेंद्र बैठा की पार्थिव शरीर को कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए लाना. करीब तीन घंटे तक उनकी पार्थिव शरीर कार्यालय में रही. इस दौरान केंद्रीय मंत्री और लाेजपा अध्यक्ष रामविलास पासवान भी भाजपा दफ्तर पहुंचे.
प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव, डॉ प्रेम कुमार, मंगल पांडेय भी पहुंचे. पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक बंद कमरे में हुई. बड़े नेता नतीजों पर बोलने से परहेज करते रहे. कार्यकर्ता स्तर पर केंद्र की संभावित कैबिनेट और बूथ कमेटी के कार्यकलाप को लेकर चर्चा हुई.
रिजल्ट बाद रणनीति पर मंथन
भाजपा कार्यालय पहुंचे सभी नेताओं ने कहा िक हम रिजल्ट आने के बाद ही जमकर विपक्षी पर हमला करने के साथ ही आगे की रणनीति पर कोई चर्चा करना चाहते हैं.
पार्टी में अंदरूनी स्तर पर सभी नेताओं ने रिजल्ट और सरकार को लेकर चर्चा तेज कर दी है. इस बार वोट के प्रतिशत पर भी सब की नजर है. नये गठबंधन से इनका वोट का प्रतिशत बढ़ने की पूरी संभावना है. नेताओं के बीच इस बात को लेकर भी गंभीरता से चर्चा हुई कि किस स्थान पर किस कमी की वजह से उन्हें वोट नहीं मिल पाया.
जो लोग पार्टी में रहते हुए भी पार्टी विरोधी गतिविधि में लगे हुए थे, उन पर भी सभी की नजर है. यह भी संभावना जतायी जा रही है कि चुनाव रिजल्ट आने के बाद ऐसे कुछ लोगों पर कार्रवाई भी हो सकती है. हर कोई अपने-अपने स्तर से समीकरण बैठाने में लगा रहा और बड़े नेता मंथन में जुटे रहे.
राजद और जदयू कार्यालय में सन्नाटा
मतदान की प्रक्रिया समाप्त हो जाने के बाद अधिकतर पार्टी कार्यालयों में शांति ही रही. राजद व जदयू कार्यालय में शांति थी. हालांकि, दोनों कार्यालय में जो लोग मौजूद थे, वे एग्जिट पोल की व्याख्या में मशगूल थे. सोमवार को राजद कार्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ था.
जदयू कार्यालय की भी कमोवेश यही स्थिति थी. मुख्यालय प्रभारी नवीन आर्या ने बताया कि दो महीने की सक्रियता के बाद अब जाकर आराम मिला है. सभी आराम के मूड में हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं से जो फीडबैक मिला है, उसी के अनुसार एग्जिट पोल आया है. मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार के दिशा निर्देश पर पूरा प्रचार अभियान चला.

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