पटना : पूर्व मध्य रेलवे के किऊल-गया और आरा-सासाराम रेल खंड पर बुधवार को डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक लोको का परिचालन प्रारंभ किया गया. विद्युतीकरण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद गया-किऊल रेल खंड पर बुधवार को 53626 गया-किऊल सवारी गाड़ी और आरा-सासाराम रेल खंड पर 13249 पटना-भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस (वाया आरा-सासाराम) का परिचालन डीजल इंजन के बजाय इलेक्ट्रिक लोको से प्रारंभ किया गया.
पूर्व मध्य रेलवे ने ट्वीट कर बताया कि ‘आरा-सासाराम रेल खंड के विद्युतीकरण के संपृर्ण हो जाने के फलस्वरूप आज दिनांक 22/05/2019 के प्रभाव से ट्रेन नंबर 13249 पटना-भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस (वाया आरा-सासाराम) का परिचालन इलेक्ट्रिक लोको से प्रारंभ.’ वहीं, दूसरे ट्वीट में बताया कि ‘नव विद्युतीकृत गया-किऊल रेल खंड पर आज 22 मई 2019 से 53626 गया-किऊल सवारी गाड़ी का डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक लोको से परिचालन प्रारंभ.’
आरा -सासाराम रेल खंड के विद्युतीकरण के सम्पूर्ण हो जाने के फलस्वरूप आज दिनांक 22/05/2019 के प्रभाव से ट्रेन न. 13249 पटना भभुआ इंटरसिटी एक्सप्रेस ( वाया आरा-सासाराम) का परिचालन इलेक्ट्रिक लोको से प्रारम्भ। pic.twitter.com/D5xoceuTax
— East Central Railway (@ECRlyHJP) May 22, 2019
नव विद्युतीकृत गया-किऊल रेल खंड पर आज 22 मई 2019 से 53626 गया-किऊल सवारी गाड़ी का डीजल के बजाय इलेक्ट्रिक लोको से परिचालन प्रारंभ। pic.twitter.com/Dt1umEx5YD
— East Central Railway (@ECRlyHJP) May 22, 2019
मालूम हो कि गया-किऊल रेल खंड पर विद्युतीकरण की शुरुआत वर्ष 2018 से हुई है. कुल 31 छोटे-बडे स्टेशनों को जोड़नेवाली गया-किऊल रेलखंड में दोहरीकरण के लिए 336 छोटे-बड़े पुल, पुलिया का निर्माण किया गया है. गया से किऊल तक 124 किलोमीटर की दूरी के रेलवे ट्रैक के लिए रेल मंत्रालय द्वारा करीब 12 सौ करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं. बताया जाता है कि तीन अरब से भी अधिक की लागत से 98 किलोमीटर लंबी आरा-सासाराम रेल खंड पर विद्युतीकरण के साथ दोहरीकरण कराया जाना है.