लोकतंत्र में पक्ष-विपक्ष को करना चाहिए जनादेश का सम्मान : पासवान, कहा- नहीं करनी चाहिए खून-खराबे की बात
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव की मतगणना के पहले उपेंद्र कुशवाहा ‘खूनी धमकी’ के बाद एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष को जनादेश का सम्मान करना चाहिए. साथ ही उन्होंने विपक्ष को सलाह देते हुए […]
नयी दिल्ली : लोकसभा चुनाव की मतगणना के पहले उपेंद्र कुशवाहा ‘खूनी धमकी’ के बाद एनडीए की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम विलास पासवान ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा कि लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष को जनादेश का सम्मान करना चाहिए. साथ ही उन्होंने विपक्ष को सलाह देते हुए कहा कि चुनाव परिणाम को लेकर खून-खराबे की बात नहीं करनी चाहिए.
रामविलास पासवान ने कहा कि लोकसभा चुनाव 2019 का परिणाम ईवीएम में बंद हो चुका है. उम्मीदवार के जीतने की घोषणा से पहले सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए. इससे देश नहीं चलेगा. एग्जिट पोल के परिणाम को देखकर विपक्ष बौखला गया है.
एग्जिट पोल पर उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल का आकलन मतदाताओं की राय जानने के बाद मीडिया के लोग व एजेंसियां करते हैं. चुनाव परिणाम को लेकर ‘खून-खराबे’ की बात करने पर उन्होंने कहा कि ‘खून-खराबे’ की बात करनेवाले देश में लोकतंत्र को समाप्त कर जंगलराज स्थापित करना चाहते हैं. पासवान ने कुशवाहा पर सवाल उठाते हुए कहा कि ‘खून-खराबा’ की बात करना तो ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’ वाली बात है. उन्होंने कहा कि, ‘मैंने पहले ही कहा था कि पीने वालों को पीने का बहाना चाहिए. जब विरोधी हार रहे हैं, तो ईवीएम का बहना बना रहे हैं.’
मालूम हो कि आरएलएसपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को चुनाव परिणाम विपरित या आशानुकूल नहीं आने पर सड़कों पर ‘खून-खराबा’ की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि ‘वोट की रक्षा के लिए जरूरत पड़े तो हथियार भी उठाना हो तो उठाइये. आज जो रिजल्ट लूट की जो घटना करने की जो कोशिश हो रही है तो इसको रोकने के लिए हथियार भी उठाना हो तो उठाना चाहिए.’