लोकसभा में बदल गये बिहार की महिलाओं के चेहरे, अब रमा, कविता और वीणा बनेंगी बिहार की आधी आबादी की आवाज
पटना : लोकसभा के अंदर बिहार की तीन महिलाओं पर राज्य की आधी आबादी की पूरी बात रखने का जिम्मा होगा. इस बार भी लोकसभा चुनाव में तीन महिलाओं को जीत हासिल हुई हैं. सदन में संख्याबल तो नहीं बदला है, लेकिन चेहरे बदल गये हैं. दो महिलाएं पहली बार संसद पहुंची हैं. 2019 के […]
पटना : लोकसभा के अंदर बिहार की तीन महिलाओं पर राज्य की आधी आबादी की पूरी बात रखने का जिम्मा होगा. इस बार भी लोकसभा चुनाव में तीन महिलाओं को जीत हासिल हुई हैं. सदन में संख्याबल तो नहीं बदला है, लेकिन चेहरे बदल गये हैं. दो महिलाएं पहली बार संसद पहुंची हैं. 2019 के नतीजे महिला उम्मीदवारों के लिए उत्साहवर्धक रहे. एनडीए ने तीन महिला उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था और सभी जीत गयीं. सांसद रमा देवी ने दूसरी बार जीत दर्ज की है. महागठबंधन की सभी छह उम्मीदवार चुनाव हार गयीं. इसमें लोकसभा की स्पीकर रहीं मीरा कुमार और लालू प्रसाद की बेटी एवं राज्यसभा सदस्य मीसा भारती भी शामिल हैं.
लोकसभा चुनाव 2019 कुल कुल महिला उम्मीदवार की संख्या 56 थी. 2014 में 47 ने चुनाव लड़ा था. गैर मान्यता प्राप्त निबंधित राजनीतिक दलों ने 26 को चुनाव लड़ा था. 19 ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. कांग्रेस ने तीन, बसपा, राजद व जदयू ने दो-दो ,एवं भाजपा व लोजपा ने एक-एक महिला को उम्मीदवार बनाया. सबसे रोचक मुकाबला पाटलिपुत्र में रहा. राजद उम्मीदवार मीसा भारती ने रामकृपाल यादव को जबरदस्त टक्कर दी. मुकाबला एक-एक वोट का था. दस हजार वोट से आगे चल रही राजद की मीसा भारती का बढ़त का मार्जिन 28वें राउंड में जब एक हजार वोट पर आ गया. यह चुनाव वह पिछली बार से अधिक वोटों से हार गयीं. 2014 में मीसा 342940 वोट पाकर रामकृपाल यादव (भाजपा) से 40322 वोट से हारीं थी. इस बार 457425 वोट लाकर 41371 वोटों से हार गयीं.
सासाराम में कांग्रेस की उम्मीदवार एवं पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार भाजपा के छेदी पासवान से 165745 वोटों से चुनाव हार गयीं. मीरा कुमार 2014 में मिले 302760 मुकाबले 329055 वोट लाकर भी जीत नहीं सकीं.
नवादा से लोकसभा का चुनाव लड़ी राजद की विभा देवी को लोजपा के चंदन कुमार ने 147222 वोटों से हरा दिया. विभा को 344734 वोट मिले. 2014 में सुपौल से सांसद चुनी गयी कांग्रेस की रंजीत रंजन इस बार हार गयीं. उनको दिलेश्वर कमैत ने 266853 वोटों से शिकस्त दी. पिछले चुनाव में रंजीत रंजन ने 59672 वोटों से जदयू के दिलेश्वर कमैत को हराया था. रंजन को 2014 में 332927 वोट मिले थे. इस बार 330524 वोट मिले. मुंगेर से चुनाव लड़ रही कांग्रेस की उम्मीदवार नीलम देवी को जदयू के उम्मीदवार एवं प्रदेश के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने 161189 वोटों से हरा दिया. नीलम देवी को 335633 वोट मिले. शिवहर सीट पर भाजपा की रमा देवी ने जीत का सिलसिला जारी रखा है. वह दूसरी बार संसद पहुंचने में सफल रहीं. रमा देवी ने राजद के फैसल अली काे 339711 वोटों से हरा दिया. 2014 में वह राजद के मो अनवारूल हक को 136239 वोटों से हराकर लोकसभा पहुंची थीं. रमा देवी को 2014 में 372506 वोट मिले थे. इस बार 606581 वोट मिले. वैशाली से चुनाव लड़ रही लोजपा की उम्मीदवार वीना सिंह ने राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री को रघुवंश प्रसाद को 234000 वोटों से हरा दिया. वीना सिंह की यह बड़ी जीत है. नामांकन की जांच के दौरान उनका पर्चा निरस्त कराने के लिये रघुवंश प्रसाद ने धरना तक दिया था. वीना सिंह को 566707 वोट मिले.
बिहार की 40 लोकसभा सीटों पर सीवान सीट ऐसी रही जिस पर एनडीए और महागठबंधन की दोनों ही उम्मीदवार महिला थीं. दोनों ही उम्मीदवारों के पति बाहुबली हैं. जदयू से अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह और राजद से शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब मैदान में थी. बाजी कविता सिंह के हाथ लगी. उन्होंने 446293 वोट पाकर राजद उम्मीदवार को 116497 वोटों से हरा दिया. राजद उम्मीदवार पिछली बार 113847 वोटों से हार गयी थीं. उनको 258823 वोट मिले थे.