बिहार में महागठबंधन को मिली करारी हार पर RJD के वरिष्ठ नेता ने दिया ये बड़ा बयान

पटना : लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बादसेही महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप कासिलसिलातेज हो गया है. इसी कड़ी में राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंहनेमहागठबंधन को बिहार में मिली करारी हार को लेकर बड़ाबयानदिया है.रघुवंश प्रसाद ने कहा कि लालूप्रसाद यादव के नहीं रहने से राजदको भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने साथ ही कहा कि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 28, 2019 4:02 PM

पटना : लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बादसेही महागठबंधन में आरोप-प्रत्यारोप कासिलसिलातेज हो गया है. इसी कड़ी में राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंहनेमहागठबंधन को बिहार में मिली करारी हार को लेकर बड़ाबयानदिया है.रघुवंश प्रसाद ने कहा कि लालूप्रसाद यादव के नहीं रहने से राजदको भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने साथ ही कहा कि लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव और बड़े बेटे तेजप्रताप यादव के बीच के विवाद के कारण भी पार्टी को नुकसान पहुंचा है.

पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर होने वाली समीक्षा बैठक से पहलेराजदके वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के ये तेवर बता रहे हैं कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है. हार के कारणों की तलाश केबीच पार्टी में खेमेबाजी की राजनीति भी शुरू हो गयी है. राजद नेता ने कहा कि देशभर में विपक्ष का बुरा हाल है. सभी लोग नरेंद्र मोदी के झांसे में आ गये.

दरअसल, लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से राष्ट्रीयजनतादल में तूफान से पहले वाला सन्नाटा की चर्चा जोर पकड़ रही है. इस बीच तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठ रहे हैं.मीडियारिपोर्ट के मुताबिक, राजद के कई नेता इस करारी शिकस्त के लिए लालू परिवार के भीतर मचे द्वंद्व को भी जिम्मेदार मान रहे हैं. इन सबके बीच रघुवंश प्रसाद सिंह के तेवरभीयह बता रहे हैं कि पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं है.

बताया जा रहा है कि पार्टी के कुछवरिष्ठ नेतालोकसभा चुनाव मेंराजदका खाता भी नहीं खुलनेको लेकर तेज प्रताप यादव को भी एक हद तक जिम्मेदार मान रहे हैं. जिसको लेकर दबी जुबान से पार्टी के कई नेता तेजप्रताप का विरोध कररहे हैंऔर तेजस्वीके नेतृत्व क्षमतापर भी सवालउठारहेहै. मालूमहो कि जहानाबाद सीट परमहागठबंधन के प्रत्याशी को मिली हार में तेजप्रताप का फैक्टर पूरी तरह से काम कर गया था और राजद प्रत्याशी को बहुत कम अंतर से हार का सामना करना पड़ा.

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