नालंदा टॉप पर, पूर्णिया पिछड़ा

पटना : मुख्यमंत्री के गृह िजला नालंदा ने सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन में सबसे बेहतर काम किया है. सीतामढ़ी ने दूसरा स्थान बनाया है. वहीं, पूर्णिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है. मधेपुरा 37वें स्थान पर आया है. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की माॅनीटरिंग के लिए बने बिहार विकास मिशन ने महत्वपूर्ण योजनाओं का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2019 3:36 AM

पटना : मुख्यमंत्री के गृह िजला नालंदा ने सात निश्चय योजना के क्रियान्वयन में सबसे बेहतर काम किया है. सीतामढ़ी ने दूसरा स्थान बनाया है. वहीं, पूर्णिया का प्रदर्शन सबसे खराब रहा है. मधेपुरा 37वें स्थान पर आया है. मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की माॅनीटरिंग के लिए बने बिहार विकास मिशन ने महत्वपूर्ण योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने के आधार पर कुछ दिन पहले 38 जिलों की अप्रैल की रैंकिंग जारी की थी.

इसमें पटना 27वें नंबर पर है. मुजफ्फरपुर तीन पायदान फिसलकर 23वें पायदान पर है. तिरहुत पमंडल में सीतामढ़ी जिले का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा है. गत सितंबर 2018 में छठे पायदान पर रहे सीतामढ़ी ने जनवरी में चार स्थान की छलांग लगाते हुए दूसरे पायदान पर कब्जा जमाया था.
रैंकिंग में तिरहुत प्रमंडल का सीतामढ़ी, गोपालगंज व वैशाली क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर है. इस तरह ये तीन जिले टॉप में अपनी जगह बनाने में कामयाब हो गये हैं. वहीं, पूर्वी चंपारण जिला जनवरी माह में जारी अपने 12वें पायदान को बरकरार रखा है.
पश्चिमी चंपारण 12 पायदान की छलांग लगाते हुए फिलहाल 13वें पर काबिज हो गया है. जनवरी में 11वें स्थान पर रहने वाला जिला शिवहर छह पायदान खिसक कर अब 17वें स्थान पर है. राज्य सरकार ने यह घोषणा भी कर रखी है कि जिलों में तैनात अधिकारियों का सीआर इसी रैंकिंग के आधार पर लिखा जायेगा.
स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में पटना टॉप पर
सीतामढ़ी ग्रामीण इलाके में शौचालय निर्माण में पहले पायदान पर है. वहीं शहरी क्षेत्र में शौचालय निर्माण में जमुई को पहला स्थान मिला है. स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में पटना टॉप पर है.
युवाओं को पढ़ाई के बाद रोजगार मिलने के क्रम में दी जाने वाली सहायता भत्ता के भुगतान में शिवहर राज्य में टॉप पर है. बेरोजगारों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देने के लिए बनी कुशल युवा प्रोग्राम में बेगूसराय टॉप पर है. हर घर नल का जल (ग्रामीण) पहुंचाने में नालंदा टॉप पर है, जबकि शहरी क्षेत्र में हर घर नल का जल पहुंचाने में मुजफ्फरपुर ने बाजी मारी है. घर तक पक्की गली-नाली योजना (ग्रामीण) में भी मधेपुरा पहले स्थान पर है. जबकि शहरी क्षेत्र में बक्सर ने टॉपर का कब्जा बरकरार रखा है.

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