शपथ के पहले बिहार से नामों पर मंथन, अमित शाह से मिले नीतीश कुमार, भूपेंद्र पहुंचे सीएम आवास
पटना/नयी दिल्ली : केंद्र में नयी सरकार की शपथ से एक दिन पहले बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की. इसके बाद शाम बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली स्थित आवास पर […]
पटना/नयी दिल्ली : केंद्र में नयी सरकार की शपथ से एक दिन पहले बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट की. इसके बाद शाम बिहार भाजपा के प्रभारी भूपेंद्र यादव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली स्थित आवास पर मिलने पहुंचे. दोनों नेताओं के बीच करीब आधा घंटा तक बातचीत हुई.
नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच मुलाकात भी करीब आधा घंटा चली. समझा जाता है कि इस दौरान मोदी मंत्रिपरिषद के गठन पर चर्चा हुई. इसमें जदयू कोटे से कौन-कौन मंत्री होंगे, इस पर भी बात हुई. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बुधवार को जदयू की भी बैठक हुई, जिसमें पार्टी संगठन और अन्य विषयों पर चर्चा हुई. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में जदयू के 16 सांसद निर्वाचित हुए हैं.
बैठक के बाद देर शाम जदयू के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जदयू से कितने मंत्री बनेंगे और किन्हें कौन-सा विभाग मिलेगा, यह प्रधानमंत्री तय करेंगे. एनडीए में भाजपा और शिवसेना के बाद जदयू के सबसे ज्यादा सांसद हैं. सूत्रों ने बताया कि नीतीश कुमार से मिलने के बाद अमित शाह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास गये. मंगलवार को भी प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के बीच करीब साढ़े चार घंटे तक चर्चा हुई थी.
समझा जाता है कि अमित शाह मंत्रिपरिषद के गठन में भाजपा के सभी सहयोगी दलों को लेकर चलना चाहते हैं. ऐसा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आने वाले समय में महाराष्ट्र, बिहार, झारखंड, हरियाणा जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं. बिहार और महाराष्ट्र में क्रमश: जदयू और शिवसेना, भाजपा के महत्वपूर्ण सहयोगी दल हैं.
नौ को पटना में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
केसी त्यागी ने बताया कि पटना में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी, जिसमें लोकसभा चुनाव, अरुणाचल विधानसभा चुनाव में मिली जीत पर चर्चा होगी. साथ ही जम्मू-कश्मीर और झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनावों में पार्टी की हिस्सेदारी पर भी मंथन होगा.