आंगनबाड़ी केंद्रों पर एप से बच्चों की बनेगी हाजिरी

पटना : बिहार के 99 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी एक जुलाई से पूरी तरह से वीडियो फुटेज पर आधारित होगी. बच्चे केंद्र में हैं या नहीं, इसके लिए रजिस्टर नहीं एप का सहारा लिया जायेगा. वहीं, सेंटर देर से खुलने पर सहायिका व संचालिका पर कार्रवाई की जायेगी. समाज कल्याण विभाग की ओर से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2019 4:01 AM

पटना : बिहार के 99 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों की निगरानी एक जुलाई से पूरी तरह से वीडियो फुटेज पर आधारित होगी. बच्चे केंद्र में हैं या नहीं, इसके लिए रजिस्टर नहीं एप का सहारा लिया जायेगा. वहीं, सेंटर देर से खुलने पर सहायिका व संचालिका पर कार्रवाई की जायेगी. समाज कल्याण विभाग की ओर से इसके लिए सभी मोबाइल एप को ऑनलाइन करने की प्रक्रिया चल रही है.

जून तक 11 जिलों के 33 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्र मोबाइल फोन से लैस किये जायेंगे. इसके लिए विभागीय स्तर पर खरीद शुरू हो गयी है. 2019 अंत तक बिहार के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कैश एप्लिकेशन एक साथ शुरू होगा, जिसकी मॉनीटरिंग विभाग से की जायेगी.
15 दिनों की होगी ट्रेनिंग, जानेंगे कैसे लगेगी हाजिरी : आंगनबाड़ी केंद्रों पर मोबाइल फोन से संचालिका कैसे हर दिन की रिपोर्ट भेजेंगे. इसको लेकर आइसीडीएस में ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जायेगा. ट्रेनिंग के दौरान एप कैसे काम करेगा, इसकी पूरी जानकारी दी जायेगी.
कैश एप्लिकेशन से बच्चों की मौजूदगी, पोषण व अटेंडेंस ऑनलाइन बनाया जायेगा. आंगनबाड़ी सेंटर कब खुला, खाना में क्या दिया गया और पढ़ाई कैसे हुई, इसकी सभी तस्वीर खींच कर एप पर भेज देनी है. एप में हर दिन की समीक्षा रिपोर्ट भी बनानी है.
सेविका व सहायिका के चयन के लिए आवेदन
सभी जिलाें में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका के पदों के लिये ऑनलाइन आवेदन मांगा गया है. विभाग ने ऑनलाइन आवेदन के लिए 27 मई से 10 जून तक का समय दिया गया है. उसके बाद मेधा सूची 12 जून को बाल विकास परियोजना कार्यालय एवं प्रखंड कार्यालय में भी सूचना पट पर जारी की जायेगी. आपत्ति के लिए विभाग ने 12 से 18 जून का समय दिया है. उसके बाद 20 से 30 जून को विभाग कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा.

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