पटना : जदयू व भाजपा में मनमुटाव नहीं, एनडीए एकजुट : नीतीश कुमार

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार का रविवार को विस्तार किया गया. कैबिनेट में आठ नये मंत्रियों को शामिल किया गया है. ये सभी नये मंत्री जदयू कोटे से हैं. इनमें नीरज कुमार, श्याम रजक, नरेंद्र नारायण यादव, संजय झा, अशोक चौधरी, बीमा भारती, रामसेवक सिंह और लक्ष्मेश्वर राय शामिल हैं. इन सभी को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2019 5:37 AM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार का रविवार को विस्तार किया गया. कैबिनेट में आठ नये मंत्रियों को शामिल किया गया है. ये सभी नये मंत्री जदयू कोटे से हैं.

इनमें नीरज कुमार, श्याम रजक, नरेंद्र नारायण यादव, संजय झा, अशोक चौधरी, बीमा भारती, रामसेवक सिंह और लक्ष्मेश्वर राय शामिल हैं. इन सभी को राज्यपाल लालजी टंडन ने राजभवन में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलायी. कैबिनेट विस्तार के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कई मंत्रियों के पद खाली हो गये थे, इसलिए विस्तार जरूरी था.

एनडीए में भाजपा व जदयू के बीच किसी तरह की मनमुटाव या टकराहट की आशंका को निराधार बताते हुए कहा कि सब कुछ एकदम ठीक है. किसी तरह की गलतफहमी को मन में नहीं रखिए. एनडीए एकजुट है. वहीं, उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने भाजपा के कोटे से भी मंत्री बनाने की बात कही थी, लेकिन पार्टी बाद में इस पद को भरेगी. बिहार में एनडीए 200 प्रतिशत एकजुट है.

दरअसल, केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू के शामिल नहीं होने के बाद रविवार को हुए बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार में भाजपा के शामिल नहीं होने को लेकर कई तरह की चर्चाएं थीं. शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया. कुछ मंत्रियों के विभागाें में फेरबदल भी किये गये हैं. नये मंत्रियों में तीन विधान परिषद के सदस्य हैं, जबकि अन्य पांच विधायक हैं.

मंत्री कम रहेंगे, तो कैसे होगा बेहतर कामकाज

जदयू कोटे से पांच वैकेंसी पहले से चली आ रही थी. आम चुनाव में मंत्रियों के जीतने के कारण तीन सीटें और खाली हो गयीं. सहयोगी दलों के कोटे से वैकेंसी कम है, उसका भी विस्तार हो सकता है. विधानमंडल का सत्र शुरू होने वाला है. मंत्री कम रहेंगे, तो कामकाज कैसे चलेगा. अब काम और तेजी से होगा.

-नीतीश कुमार, सीएम, बिहार

सीएम ने भाजपा को दिया था ऑफर

मुख्यमंत्री ने भाजपा कोटे से मंत्री बनाने का ऑफर दिया था, लेकिन पार्टी ने आने वाले समय में इन पदों को भरने का निर्णय लिया है. कुछ दिनों में पार्टी के स्तर पर इसका निर्णय लेने के बाद भाजपा कोटे से मंत्रियों को सरकार में शामिल किया जा सकता है.

-सुशील कुमार मोदी, डिप्टी सीएम

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