इफ्तार के बहाने राबड़ी ने संभाली कमान, मेजबानी कर पूरी की लालू की कमी, अरसे बाद राबड़ी आवास पर नजर आये तेज प्रताप
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर दावत-ए- इफ्तार का आयोजन किया. इफ्तार में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी. इफ्तार के बहाने राबड़ी देवी ने अपनी राजनैतिक ताकत का अहसास करा दिया. इफ्तार में महागठबंधन के सभी नेता पहुंचे थे. इफ्तार की सबसे खास बात यह […]
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर दावत-ए- इफ्तार का आयोजन किया. इफ्तार में पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ी. इफ्तार के बहाने राबड़ी देवी ने अपनी राजनैतिक ताकत का अहसास करा दिया. इफ्तार में महागठबंधन के सभी नेता पहुंचे थे. इफ्तार की सबसे खास बात यह रही कि लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप भी अरसे बाद अपनी मां के घर पर नजर आये. वे राबड़ी देवी के आवास पर महीनों बाद पहुंचे थे. हालांकि, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इफ्तार में मौजूद नहीं थे. उनके बारे में बताया गया कि वे पटना से बाहर हैं.
अरसे बाद दस सर्कुलर रोड में इतनी भीड़ उमड़ी थी. हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में जिस तरह पार्टी की हार हुई थी, उसके बाद भी इफ्तार में जबरदस्त भीड़ उमड़ी. राबड़ी देवी पूरी तरह मेजबान की भूमिका में थी. लालू प्रसाद की कमी को वो पूरा कर रही थीं. घूम-घूम कर लोगों का अभिवादन भी कर रही थी और व्यवस्था पर भी नजर रखी हुई थीं. विधायक भोला यादव माइक लेकर व्यवस्था संभाले हुए थे. इफ्तार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा. रालोसपा के प्रदेश अध्यक्ष भूदेव चौधरी. रमई राम, राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह, जगदानंद सिंह, उदय नारायण चौधरी, सांसद मीसा भारती, पूर्व सांसद जयप्रकाश नारायण यादव, राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे, विधायक भाई बीरेंद्र, पूर्व मंत्री वृषिण पटेल, पटना जिला राजद अध्यक्ष देवमुनि सिंह यादव , रामनारायण मंडल सहित राजद के कई विधायक विधान पार्षद आदि मौजूद थे.
इस मौके पर राबड़ी देवी ने बिहार के अमन की दुआ मांगी. जदयू और भाजपा के रिश्ते पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर किया. पारिवारिक विवाद पर कहा अभी इस पर कुछ कहने का मौका नहीं है. लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार पर कहा कि हमें जनता का फैसला मंजूर है. हमलोग अपनी कमियों को दूर करेंगे. बिहार की जनता सब जानती है. उन्होंने कहा कि हार से सभी को दुख होता है, लेकिन हम जनादेश का सम्मान करते हैं.