नीतीश को लेकर महागठबंधन नरम, कहा- किसी से “एलर्जी नहीं”

पटना : केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक ही सीट दिये जाने के आफर के बाद से जदयू-भाजपा के संबंधों में खटास के बीच महागठबंधन के घटक राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति नरम रुख अपनाते हुए कहा है कि उनकी पार्टी को किसी से "एलर्जी नहीं" है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 4, 2019 5:14 PM

पटना : केंद्रीय मंत्रिमंडल में एक ही सीट दिये जाने के आफर के बाद से जदयू-भाजपा के संबंधों में खटास के बीच महागठबंधन के घटक राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति नरम रुख अपनाते हुए कहा है कि उनकी पार्टी को किसी से "एलर्जी नहीं" है और सभी (गैर भाजपाई दलों) को मिलकर भाजपा को पछाड़ना है. यह पूछे जाने पर कि क्या उसमें नीतीश भी शामिल किए जाएंगे, रघुवंश ने कहा कि कोई भी हों. जब नीति बनेगी तो सबके लिए बनेगी. चुन-छांटकर कहीं नीति बनती है क्या.

बिहार में राजग में वर्तमान में भाजपा, जदयू और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की पार्टी लोजपा शामिल हैं. हाल ही में पासवान ने राजग के एकजुट और उसके भीतर सबकुछ ठीक होने का दावा किया था. महागठबंधन के घटक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के इफ्तार दावत में शामिल होने कल पहुंची राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी ने नीतीश के बारे में साकारात्मक रुख जाहिर करते हुए कहा कि उनको (नीतीश) लेकर महागठबंधन ही कोई फैसला करेगा.

अपनी इफ्तार दावत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल होने से खुश मांझी ने कहा कि आगे कभी भी कुछ भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अगर हमलोगों के साथ आते हैं तो भाजपा को भगाने में मदद मिलेगी. मांझी ने कहा कि राजनीति में न तो कभी कोई दोस्त होता है न दुश्मन. यहां हमेशा विकल्प खुला रहता है। उल्लेखनीय है कि गत दो जून जदयू के इफ्तार दावत में मांझी भी शामिल हुए थे.

केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू को उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिये के बदला स्वरूप गत रविवार को बिहार मंत्रिमंडल विस्तार में केवल जदयू से आठ नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने तथा भाजपा से किसी को भी शामिल नहीं किये जाने पर हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने स्थिति स्पष्ट कर दी थी पर दोनों दलों के बीच खींचतान को लेकर चर्चाएं जारी हैं.

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