पटना : निगरानी ने 12 हजार रुपये घूस लेते क्लर्क को पकड़ा

बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल में संविदा पर तैनात क्लर्क निबंधन के लिए ले रहा था घूस पटना : निगरानी विभाग की विशेष टीम ने बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल के क्लर्क को 12 हजार रुपये घुस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया. शहर के बीएम दास लेन में मौजूद इस कार्यालय का क्लर्क राजू कुमार साह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2019 9:30 AM
बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल में संविदा पर तैनात क्लर्क निबंधन के लिए ले रहा था घूस
पटना : निगरानी विभाग की विशेष टीम ने बिहार स्टेट फार्मेसी काउंसिल के क्लर्क को 12 हजार रुपये घुस लेते हुए रंगे हाथ दबोच लिया. शहर के बीएम दास लेन में मौजूद इस कार्यालय का क्लर्क राजू कुमार साह निबंधन कराने के नाम पर विकास कुमार से घूस मांग रहा था.
विकास कुमार फॉर्मेसी से डिप्लोमा किये हुए है और उसे दवाई की दुकान का लाइसेंस बनवाने के लिए यहां निबंधन कराना आवश्यक था.
क्लर्क इसी काम को करने के लिए घुस ले रहा था. गिरफ्तार होने के बाद उसने बताया कि इसमें पांच हजार रुपये ही उसे मिलने वाले थे. शेष राशि ऊपर के साहबों के पास जाना था. हालांकि इस मामले की पूरी जांच चल रही है.
सूत्रों से मिली सूचना के अनुसार, इस कार्यालय में मुख्य रूप से दवाई दुकानों की नयी लाइसेंस देने और पुराने लाइसेंस के रिन्यूवल से संबंधित काम ही होता है. यहां हर काम के बदले जमकर घुस चलता है. क्लर्क की गिरफ्तार के बाद जब इसके टेबुल की तलाशी की गयी, तो उससे 36 हजार 100 कैश बरामद हुआ. ये रुपये भी घुस के ही माने जा रहे हैं. फिलहाल इसके बारे में भी पूछताछ चल रही है. इस कार्यालय की शिकायत पहले भी कई बार मिलती रही है. अब रंगे हाथ ट्रैप होने के बाद यहां व्याप्त पूरी धांधली की जांच निगरानी ब्यूरो कर सकता है
गया के फतेहपुर थाना स्थित नगवां गांव निवासी विकास कुमार ने निगरानी को इस कार्यालय में मौजूद तमाम धांधली की शिकायत की थी.
पहले तो उसे निबंधन के लिए काफी दौड़ाया गया. इसके बाद क्लर्क राजू ने इस काम के लिए बदले अवैध पैसे की डिमांड की थी. शिकायत प्राप्त होने के बाद निगरानी ब्यूरो ने डीएसपी सर्वेश कुमार सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर ट्रैप की यह कार्रवाई की गयी है.

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