आटा-दाल व दवा की कीमत में इजाफा, पिछले 10 दिनों में अरहर दाल की कीमत 5 रुपये तक बढ़ी

पटना : दालों की कीमतों में एक बार फिर से उछाल आने लगे है. इसके अलावा आटा और चीनी के भाव में तेजी दर्ज की गयी है. पिछले 10 दिनों में अरहर दाल की कीमत में 5 रुपये प्रति किलो की तेजी तथा आटा में एक रुपये प्रति किलो अौर चीनी के भाव में दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 6, 2019 6:24 AM
पटना : दालों की कीमतों में एक बार फिर से उछाल आने लगे है. इसके अलावा आटा और चीनी के भाव में तेजी दर्ज की गयी है. पिछले 10 दिनों में अरहर दाल की कीमत में 5 रुपये प्रति किलो की तेजी तथा आटा में एक रुपये प्रति किलो अौर चीनी के भाव में दो रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हो चुकी है.
अरहर दाल की कीमत बढ़ने की मुख्य वजह दलहन फसल कमजोर होने के कारण पटना के मंडियों में दाल की आवक का कम होना है. कारोबारियों की मानें, तो मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र में सूखे के कारण फसल कम हुई है. उसका असर दाल के भाव में देखा जा रहा है. अरहर दाल के दाम सबसे ज्यादा चढ़ गये हैं. खुदरा बाजार में अरहर दाल 100 रुपये किलो की दर से बिक रही है.
गेहूं की कम पैदावार से आटा महंगा
दाल के अलावा पिछले पांच दिनों में आटा के भाव में एक रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है. इस समय लोकल आटा 24 -25 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. आटा की कीमत पहले ब्रांडेड कंपनियों ने बढ़ायी, उसके बाद लोकल कंपनियों ने भी दाम बढ़ा दिया है. बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश चंद्र तलरेजा ने बताया कि इस वक्त आटा के भाव में कमी होती था, लेकिन इस बार उल्टा हो रहा है.
आटा की कीमत बढ़ रही है. इसके पीछे मुख्य कारण कई प्रदेशों में सुखाड़ के कारण गेहूं की पैदावार का कम होना है. विदेश से आने वाले गेहूं पर आयात शुल्क बढ़ाया गया है. गेहूं की खरीदारी भी कम हुई है.
दवा के दाम में 20 फीसदी तक हुई बढ़ोतरी
दवाइयाें की कीमत में लगभग 15 से 20 फीसदी का इजाफा हुआ है. इसका असर आम लोगों पर सीधा पड़ रहा है. कैट के महासचिव और दवा के थोक विक्रेता डॉ रमेश गांधी ने कहा कि दवा कंपनियों पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. दवा के मेटेरियल के दाम बढ़ने के कारण भी दवा की कीमतों में इजाफा हुआ है.

Next Article

Exit mobile version