वैशाली, सारण, दरभंगा व समस्तीपुर में भी पेयजल संकट

पटना : राज्य में पेयजल संकट का दायरा बढ़ता जा रहा है. चार और जिले-वैशाली, सारण, समस्तीपुर और दरभंगा भी पेयजल संकट वाले जिलों में शामिल हो गये हैं. इस तरह राज्य में पेयजल संकट वाले जिलों की संख्या 20 से बढ़कर 24 हो गयी है. पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा ने शुक्रवार को प्रेस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 8, 2019 4:09 AM

पटना : राज्य में पेयजल संकट का दायरा बढ़ता जा रहा है. चार और जिले-वैशाली, सारण, समस्तीपुर और दरभंगा भी पेयजल संकट वाले जिलों में शामिल हो गये हैं. इस तरह राज्य में पेयजल संकट वाले जिलों की संख्या 20 से बढ़कर 24 हो गयी है. पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा ने शुक्रवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस में यह जानकारी दी. मंत्री ने कहा कि इन जिलों में चापाकलों की मरम्मती की गयी है, लेकिन पिछले साल कम बारिश होने से इन जिलों में भी पेयजल की समस्या हो गयी है.

पिछले वर्ष तक इन जिलों में ऐसी स्थिति नहीं थी, लेकिन इस वर्ष वहां से भी शिकायतें मिली हैं. इस कारण विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है और अधिकारियों से प्रत्येक 15 दिनों पर अद्यतन रिपोर्ट के आधार पर पेयजल की समस्या दूर करने के लिए काम करने को कहा गया है.
उन्होंने कहा कि अभी बिहार में आठ लाख चापाकल चालू हैं. कुछ माह पूर्व शिकायतें मिलने पर 37 हजार खराब चापाकलों को ठीक किया गया. वहीं, 1000 चापाकलों को स्पेशल ट्यूबबेल में बदला गया है. 20 जिलों के लिए अभी 499 टैंकरों के माध्यम से लोगों तक पानी पहुंचाया जा रहा है. मंत्री ने कहा कि सभी वार्डों में बोरिंग के पास ही सोख्ता बनाया जायेगा, ताकि भूगर्भ जल स्तर में गिरावट नहीं होने पाये.
अफसरों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश
पशुओं के लिए पहली बार पानी की व्यवस्था : इस गर्मी में पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था के लिए सरकार ने कैटल ट्रफ यानी बड़े हौदे का निर्माण कराया है, जहां जानवर पानी पी सके. 234 जगहों में से 190 जगहों पर काम पूरा कर लिया गया है और 44 जगहों पर काम चल रहा है. इसके अलावा 20 और स्थलों पर हौदे के निर्माण के लिए कार्रवाई की जा रही है.
ये सुविधाएं : चापाकलों की मरम्मत के लिए जिलों में 402 दलों की तैनाती. इस वर्ष 15010 चापाकलों की मरम्मत की गयी है. 10,094 पुराने पंप में राइजर पाइप बदलकर उन्हें शुरू किया है. आइएम-टू पंप के साथ 3440 चापाकलों का निर्माण कराया गया है. 2192 नये चापाकलों के निर्माण के लिए योजना स्वीकृत की गयी है. ताकि सूचना मिलते ही तत्काल चापाकल लगाया जा सके.
कंट्रोल रूम में कर सकते हैं शिकायत : पेयजल संकट को लेकर पीएचइडी मुख्यालय में कंट्रोल रूम खोला गया है, जो सुबह आठ से शाम आठ बजे तक काम कर रहा है. फोन नंबर 0612-2547222, 2545739, 2547171, 2547111 पर लोग शिकायत कर सकते हैं. इसके लिए टॉल फ्री नंबर 18001231121 भी जारी किया गया है.

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