कार्यकारिणी की बैठक में फैसला, बिहार विधानसभा का चुनाव नीतीश के नेतृत्व में एनडीए के साथ लड़ेगा जदयू
चार राज्यों में जदयू अकेले लड़ेगा चुनाव पटना : जदयू ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाला बिहार विधानसभा का चुनाव वह एनडीए के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा. वहीं, पार्टी झारखंड, दिल्ली, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भाजपा से अलग होकर लड़ेगी. जदयू केंद्र सरकार का […]
चार राज्यों में जदयू अकेले लड़ेगा चुनाव
पटना : जदयू ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाला बिहार विधानसभा का चुनाव वह एनडीए के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा. वहीं, पार्टी झारखंड, दिल्ली, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भाजपा से अलग होकर लड़ेगी. जदयू केंद्र सरकार का हिस्सा नहीं बनेगा, लेकिन बाहर से समर्थन जारी रहेगा.
रविवार को मुख्यमंत्री आवास 1, अणे मार्ग में जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. कार्यकारिणी की बैठक के तुरंत बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बिहार समेत पांच राज्यों के प्रदेश अध्यक्षाें के साथ मिलकर विधानसभा चुनावों को लेकर रणनीति पर चर्चा की.
कार्यकारिणी की बैठक में 21 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने स्पष्ट कहा कि सिर्फ बिहार में ही भाजपा के साथ हमारा गठबंधन है. उन्होंने कहा कि जदयू धारा 370, समान नागरिकसंहिता और रामजन्म भूमि मुद्दे पर पार्टी अपने पुराने स्टैंड पर कायम रहेगी. जदयू ने कहा कि वह एनडीए का पार्ट है और रहेगा.
करीब ढाई घंटे तक चली बैठक में यह प्रस्ताव पारित हुआ कि पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा हासिल करना है, इसलिए इस साल के अंत और अगले साल होने वाले चार राज्यों के चुनावों में वह अकेले लड़ेगी. सभी राज्यों में सदस्यता अभियान चलाने पर जोर दिया गया. नीतीश कुमार ने कहा कि दूसरे राज्यों की इकाइयां अगर प्रस्ताव देंगी तो पार्टी वहां अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
नीतीश कुमार ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश में जदयू एनडीए का हिस्सा बन सकता था. लेकिन, वहां हमसे बात नहीं की गयी और जदयू वहां प्रतिपक्ष की मुख्य पार्टी है और नेता विपक्ष भी हमारे दल से ही हैं. उन्होंने कहा कि नगालैंड में एनडीए की सरकार एक सीट के कारण नहीं बन पा रही थी. उन्होंने मदद मांगी तो जदयू ने समर्थन किया. वहां हमारे एक विधायक के समर्थन से सरकार चल रही है.
हमारे विधायक मंत्री भी हैं. हमने उदारतापूर्वक नगालैंड में सहयोग दिया था. बैठक के बाद राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता केसी त्यागी और जल संसाधन मंत्री संजय झा ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिये गये निर्णयों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि लोकसभा में जदयू के 16 सांसद हैं, लेकिन इस अनुपात में मंत्री पद नहीं दिये जाने के कारण पार्टी सरकार में शामिल नहीं हुई.
इस संबंध में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सांकेतिक प्रतिनिधित्व का प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने इन्कार कर दिया था और कहा था कि इसकी जरूरत नहीं है. हमारा समर्थन जारी रहेगा. दूसरी बार भाजपा के महामंत्री भूपेंद्र यादव के जरिये प्रस्ताव भेजा गया और तीसरी बार भी शपथ ग्रहण के दिन अमित शाह ने फोन पर नीतीश कुमार को प्रस्ताव दिया.
नगालैंड में जदयू के सहारे ही चल रही एनडीए सरकार
केसी त्यागी ने कहा कि नगालैंड में जदयू के केवल एक विधायक हैं और अमित शाह के आग्रह पर उस एक विधायक के समर्थन से ही नगालैंड में एनडीए की सरकार है. त्यागी ने कहा कि इससे पहले भी जुलाई 2017 में बिहार में एनडीए की सरकार बनी, लेकिन केंद्र सरकार में जदयू शामिल नहीं हुआ. वहीं बिहार में भाजपा की विधायकों के अनुपात में मंत्री पद दिया.
महागठबंधन के नेता पलटू राम
केसी त्यागी ने महागठबंधन नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग नीतीश कुमार और जदयू नेताओं को पलटू राम कहते थे, वे ही अब पलटू राम की भूमिका में हैं. इनमें राबड़ी देवी, शिवानंद तिवारी, रघुवंश प्रसाद सिंह और जीतनराम मांझी शामिल हैं. राबड़ी सहित अन्य नेता नीतीश कुमार को प्रस्ताव दे रहे हैं कि महागठबंधन आकर इसे संभालें.
जदयू जिस दिन महागठबंधन से अलग हो गया था, उसी दिन महागठबंधन खत्म हो गया था. प्रशांत किशोर के संगठन द्वारा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के लिए काम करने पर त्यागी ने कहा कि इससे जदयू का कोई संबंध नहीं है. यह प्रशांत किशोर का व्यक्तिगत मामला है.
इसके पहले दिन 11 बजे शुरू हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की. इस दौरान उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर, प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह सहित 21 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, सांसद, विधायक, विधान पार्षद और अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.
संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान, राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा, अरुणाचल प्रदेश जदयू के अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव डॉ नवीन आर्य, अनिल कुमार सहित अन्य नेता मौजूद रहे. पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को बिहार में सोलह सीटें जीतने के लिए और अरुणाचल प्रदेश में जीत के लिए बधाई दी.
जब से नीतीश बने राष्ट्रीय अध्यक्ष, पार्टी का बढ़ता गया कद : संजय झा
बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि 2005 में सत्ता में आने के बाद से जदयू ने अच्छा काम किया, लेकिन पार्टी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने इस बात को लोकसभा और बिहार के बाहर नहीं रखा.
इस कारण जदयू और बिहार की छवि बेहतर नहीं बनी. लेकिन जबसे नीतीश कुमार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं, तबसे बिहार और पार्टी के काम को देश भर में स्वीकृति मिली है. यही कारण है कि पार्टी का देश में विस्तार हो रहा है.