पटना : डाटा संग्रह के लिए 3799 एएनएम को मिला टैबलेट और बायोमीटरिक मशीन

पटना : ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली एएनएम को स्वास्थ्य सेवाओं का आंकड़ा संग्रह करने के लिए सोमवार टैबलेट और बायोमीटरिक उपकरण उपलब्ध कराये गये. इसके माध्यम से सरकार को यह जानकारी मिल जायेगी कि किस गर्भवती को प्रसव के पूर्व कितनी बार जांच की गयी. साथ ही प्रसव के बाद नवजात को नियमित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 11, 2019 7:23 AM
पटना : ग्रामीण क्षेत्रों में काम करने वाली एएनएम को स्वास्थ्य सेवाओं का आंकड़ा संग्रह करने के लिए सोमवार टैबलेट और बायोमीटरिक उपकरण उपलब्ध कराये गये. इसके माध्यम से सरकार को यह जानकारी मिल जायेगी कि किस गर्भवती को प्रसव के पूर्व कितनी बार जांच की गयी.
साथ ही प्रसव के बाद नवजात को नियमित टीकाकरण के तहत कितनी टीकाएं दी जा चुकी हैं. एएनएम अपने टैबलेट पर हाइरिस्क माताओं की पहचान कर पायेंगी, जिन्हें इलाज के लिए उच्च स्तर पर रेफर किये जाने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोमवार को अधिवेशन भवन में राज्य के 13 जिलों के 3799 एएनएम के बीच टैबलेट और बायोमीटरिक उपकरण का वितरण किया.
जिन जिलों के एएनएम को टैबलेट व बायोमीटरिक मशीन दी गयी उसमें अररिया, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, गया, जमुई, कटिहार, खगड़िया, नवादा, पूर्णिया, शेखपुरा, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर शामिल हैं. इस मौके पर मंगल पांडेय ने कहा कि 30 नवंबर तक राज्य की सभी 17855 एएनएम को टैबलेट और बायोमीटरिक मशीन उपलब्ध करा दी जायेगी.
मंत्री ने कहा कि विभाग के विकास में आंकड़ों की बड़ी कमी है. इससे विभाग द्वारा कोई टारगेट ही फिक्स नहीं किया जाता है. प्रसव पूर्व चार बार गर्भवती की जांच की जानी है. इसकी पहचान में भी एएनएम को परेशानी होती थी. अब एक क्लिक पर पता चल जायेगा कि किस माता को कितनी बार जांच की जा चुकी है. इसमें किसी के छूटने की गुंजाइश कम होगी.
स्वास्थ्य सेवाओं को तकनीकी आधारित बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. बालिका साइकिल योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि लड़कियों में शिक्षा बढ़ने का परिणाम है कि राज्य का सकल प्रजनन दर चार से घटकर 3.3 हो गया है.
इस तकनीकी से मॉनिटर करने से राज्य के एमएमआर, आइएमआर और टीएफआर की बेहतर मॉनिटरिंग हो सकेगी. इस मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार, स्वास्थ्य विभाग के विशेष सचिव कौशल किशोर, बीएमसीआइएल के एमडी संजय कुमार सिंह, एपीडी करुणा कुमारी, निदेशक प्रमुख डाॅ आरडी रंजन सहित 13 जिलों से आयी एनएनएम मौजूद थीं.

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