पटना :दूसरे रूम में सो रहे बेटे-बेटी को बेडरूम में लाकर मारी गोली, चिपकाया सुसाइड नोट
विजय सिंह मां-बाप और बहन की लाशों के बीच पांच घंटे तक तड़पता रहा चार साल का बेटा इशांत पटना : टेक्सटाइल कारोबारी निशांत सर्राफ उर्फ नीशु भले ही शांत स्वभाव के थे और उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपने परिवार को मिटा दिया है, उससे यह साफ […]
विजय सिंह
मां-बाप और बहन की लाशों के बीच पांच घंटे तक तड़पता रहा चार साल का बेटा इशांत
पटना : टेक्सटाइल कारोबारी निशांत सर्राफ उर्फ नीशु भले ही शांत स्वभाव के थे और उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, लेकिन जिस तरह से उन्होंने अपने परिवार को मिटा दिया है, उससे यह साफ है कि घटना के वक्त वह काफी गुस्से में थे.
परिवार को खत्म करने की प्लानिंग उन्होंने पहले ही कर ली थी. क्योंकि सूत्रों से पता चला है कि निशांत का बेटा इशांत और बेटी अन्नया दूसरे कमरे में सो रहे थे. निशांत अपनी पत्नी अलका के साथ अपने बेडरूम में थे, लेकिन रात में यह सीन बदल गया. देर रात वह बच्चों के रूम में गये और दोनों को उठा कर अपने बेडरूम में ले आये.
इसके बाद उन्होंने अंग्रेजी में सुसाइड नोट लिखा और बच्चों के रूम के दीवार पर चिपका दिया. यह सब करने के बाद बेडरूम में सो रही पत्नी, बेटी और बेटे के सिर में गोली मार दी. इसके बाद खुद को गोली से उड़ा दिया. बिस्तर पर लाश जिस हिसाब से पड़ी हुई थी, उससे लग रहा है कि पत्नी और बेटी सो रहे हैं, जबकि निशांत का आधा शरीर बेड पर है और आधा फर्श पर लटका हुआ है.
बड़ी बात यह है कि रात के 11 बजे तक सबकुछ ठीक था. 10.30 बजे निशांत दुकान से घर आये. फिर डायनिंग हॉल में अपने पिता अशोक सर्राफ और भाई अजीत सर्राफ उर्फ बिक्की के साथ उन्होंने डिनर किया. ग्रीन टी पिये. फिर बेडरूम में सोने गये थे. बेडरूम में जाने पर ऐसा क्या हो गया कि उन्होंने इतना बड़ा कदम उठा लिया. अपने ही हाथों अपने परिवार की बलि चढ़ा दी.
पांच घंटे बाद तक तड़पता रहा मासूम
पुलिस की मानें, ताे घटना सुबह के 4 से 5 बजे के बीच की है. लेकिन परिवार वालों को घटना की जानकारी सुबह के 9 बजे हुई. मतलब कि गोली लगने से निशांत, उनकी पत्नी अलका और बेटी अन्नया की मौत हो गयी लेकिन 4 साल का मासूम बेडरूम में ही करीब पांच घंटे तक तड़पता रहा है. जब सुबह दरवाजा खोला गया, तो उसकी धड़कन चल रही थी. परिवार वालों ने तत्काल उसे अस्पताल भेजा. देर रात तक उसकी हालत नाजुक बनी हुई थी.
व्यवसाय में घटते कद ने तो नहीं बढ़ा दिया तनाव
अशोक सर्राफ मूल रूप से पटना सिटी के रहने वाले हैं. दो बेटों में बड़ा बेटा अजीत और छोटा बेटा निशांत उर्फ निशु था. यह पटना का बड़ा व्यवसायी परिवार है. अशोक, निशांत और अजीत तीनों मिलकर टीबीजेड ज्वेलरी शॉप और धोली सती टेक्सटाइल का बिजनेस देखते थे
जानकारी यह भी मिली है कि उन्हें बोल दिया गया था कि वह अब सिर्फ नाला रोड में मौजूद टीबीजेड ज्वेलरी शॉप ही देखेंगे. माना जा रहा है कि बढ़ते व्यावसायिक दायरे में उनका कद छोटा किये जाने से वह आहत थे और परिवार को खत्म कर लिया.
निशांत का पत्नी से होता था विवाद
सूत्रों से पता चला है कि निशांत का पत्नी से विवाद होता था. पहले भी विवाद हुआ था. पुलिस ऐसा समझ रही है कि सोमवार की रात निशांत का पत्नी से कुछ विवाद और बहस हुआ. इसके बाद वह हर्ट हुए और पूरे फैमिली के साथ जिंदगी खत्म करने का फैसला लिया.
मोबाइल फोन खोलेगा राज
सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग की एक्सपर्ट करेंगे जांच
बच्चों के कमरे में दीवार पर चिपकाये गये सुसाइड नोट को पुलिस ने निकाल लिया है. इस सुसाइड नोट को जांच के लिए भेजा गया है. आइजी सुनील कुमार का कहना है कि जांच की जायेगी कि जो हैंडराइटिंग है, वह निशांत की है या किसी और की. पुलिस हत्या के एंगल से भी देख रही है. जांच के दौरान आइजी और एसएसपी मकान के बाहर लेफ्ट साइड में भी गये थे कि कोई बाहरी दीवार के रास्ते मकान में तो नहीं घुस गया. फिलहाल क्लू नहीं मिला है.
एफएसएल तलाशेगा फायरिंग का एंगल
घटना के बाद एफएसएल की टीम काफी देर तक घटनास्थल पर मौजूद रही. एफएसएल ने इस बात की रिपोर्ट तैयार की है कि गोली कहां-कहां लगी है. क्योंकि सिर में गोली मारी गयी है. इसलिए तकिये में छेद है, बेड में छेद है, तकिया खून से डूबा है. निशांत दूसरी साइड में बेड पर गिरे हुए थे. अब एफएसल फायरिंग के एंगलकी जांच कर रही है. आखिर गोली किधर से चली है.
पल भर में उजड़ गयी बगिया
निशांत पटना के टॉप टेन कारोबारियों में शुमार थे. खरबपति परिवार है. किसी चीज की कमी नहीं थी. जिंदगी की खुशियां व अरमान पाने के लिए दो बच्चे भी उनके थे. लेकिन निशांत ने जिस तरह से अपने हाथों अपनी बगिया को उजाड़ दिया है वह दर्दनाक और हृदयविदारक है. घटना के बाद परिवार, नाते-रिश्तेदार, सगे-संबंधी शोकाकुल हैं.
दिग्गजों का लगा है पैसा!
व्यवसायी परिवार में हुई इस घटना का कारण तो पुलिस पता नहीं लगा पायी है. लेकिन एक बात चर्चा में जरूर है कि निशांत और उसके घरवालों के व्यवसाय में बिहार के दिग्गजों का पैसा लगा है. इसमें कुछ नेता और अपराध जगत से जुड़े लोगों का भी नाम आ रहा है.