बिहार के बड़े-बड़े कोचिंग सेंटरों में आग से बचने के इंतजाम नहीं
2000 काेचिंग सेंटरों की गयी फायर आॅडिट में खुलासा, पटना में भी 300 सेंटरों पर नहीं मिले मानक पूरे, नोटिस किया गया जारी पटना : बच्चों का भविष्य बनाने के नाम पर अभिभावकों से बड़े-बड़े नोटों की गड्डियों में फीस लेने वाले नामचीन कोचिंग संस्थान उनका वर्तमान दांव पर लगा रहे हैं. विद्यार्थियों की जान […]
2000 काेचिंग सेंटरों की गयी फायर आॅडिट में खुलासा, पटना में भी 300 सेंटरों पर नहीं मिले मानक पूरे, नोटिस किया गया जारी
पटना : बच्चों का भविष्य बनाने के नाम पर अभिभावकों से बड़े-बड़े नोटों की गड्डियों में फीस लेने वाले नामचीन कोचिंग संस्थान उनका वर्तमान दांव पर लगा रहे हैं.
विद्यार्थियों की जान की चिंता नहीं कर रहे हैं. अग्निशामालयों की फायर ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य के बड़े-बड़े कोचिंग सेंटरों में आग से बचने के छोटे-छोटे इंतजाम भी नहीं पाये गये हैं. बिहार में शिक्षा का हब बने पटना में 300 सेंटरों को चेक किया गया. इसमें किसी भी सेंटर में मानक पूरे नहीं मिले. राज्य भर में करीब दो हजार सेंटरों को नोटिस जारी किया गया है.
गुजरात में सूरत के एक कोचिंग सेंटर में 24 मई को लगी आग में बीस से अधिक विद्यार्थियों की मौत के बाद बिहार में भी फायर सेफ्टी को लेकर अभियान चलाया जा रहा है.
25 से 29 मई तक 50 अग्निशामालयों की टीमों ने सभी जिलों में कोचिंग संस्थान, हाॅस्पिटल, निर्सिंग होम्स, होटल और बहुमंजिली इमारतों में फायर आॅडिट की थी. मुख्यालय डीजी बिहार गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं को जो रिपोर्ट मिल रही है, उसमें एक भी ऐसा कोचिंग सेंटर नहीं मिला, जहां आग से बचाव के इंतजाम पूरे थे.
पटना में 300 कोचिंग सेंटर और शैक्षणिक संस्थाओं में आपातकालीन द्वारा नहीं मिला. बालू से भरी बाल्टियां तक नहीं थीं. जांच टीमों ने अब तक करीब 2000 कोचिंग सेंटर/शैक्षणिक संस्थान, 187 से अधिक हॉस्पिटल, 10 से अधिक बड़े होटल, 100 से अधिक अन्य इमारतों का फायर आॅडिट किया है.
15 दिनों की दी मोहलत एसडीओ करेंगे कार्रवाई
फायर आॅडिट में जिन कोचिंग सेंटर-शैक्षणिक संस्थान, हॉस्पिटल, होटल आदि में आग से बचने के उपाय मानक से नहीं मिले हैं, उनको नोटिस जारी कर दिया गया है. इस नोटिस के तहत 15 दिनों के अंदर मानक पूरे करने होंगे.
अन्यथा एसडीओ कार्रवाई करेंगे. इधर, पटना के जिला शिक्षा कार्यालय की तरफ से दो बीआरसी के नेतृत्व में कोचिंग की जांच कर डीएम कार्यालय को रिपोर्ट दी गयी है. जिला शिक्षा कार्यालय इनके पंजीयनों के संदर्भ में खास रिपोर्ट तैयार कर रहा है.