देहरादून से मंगाये जा रहे शीशम के पौधे

पटना : शीशम वृक्षों में फफूंद की बीमारी दूर की जायेगी. देहरादून का वन अनुसंधान संस्थान इसके लिए औषधि तैयार कर रहा है. देहरादून से शीशम के 25 हजार पौधे भी मंगाये जा रहे हैं, जिन्हें सभी जिलों में लगाया जायेगा. यह घोषणा वन एवं पर्यावरण मंत्री पीके शाही ने विधानसभा में की. वे विभाग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 18, 2014 5:44 AM

पटना : शीशम वृक्षों में फफूंद की बीमारी दूर की जायेगी. देहरादून का वन अनुसंधान संस्थान इसके लिए औषधि तैयार कर रहा है. देहरादून से शीशम के 25 हजार पौधे भी मंगाये जा रहे हैं, जिन्हें सभी जिलों में लगाया जायेगा. यह घोषणा वन एवं पर्यावरण मंत्री पीके शाही ने विधानसभा में की. वे विभाग की अनुदान मांगों पर बोल रहे थे. सदन ने ध्वनिमत से विभाग की दो अरब 14 करोड़ 24 लाख 10 हजार की अनुदान मांगें पारित कर दीं. मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन से वाकआउट किया.

मंत्री ने कहा कि बिहार-झारखंड बंटवारे के बाद बिहार में सीमित क्षेत्र में ही वन रह गये हैं. सरकार ने 2017 तक सूबे में 15 प्रतिशत वन क्षेत्र बढ़ाने का लक्ष्य तय किया है. वनों को पुनर्जीवित करने के लिए सरकार ने कई कार्यक्रम चलाये हैं. हर जिले में पौधारोपण और बागबानी मिशन योजना चल रही है. नर्सरियों की संख्या बढ़ी है. नहर, नदी और सड़कों के किनारे पौधे लगाये जा रहे हैं. उत्तर बिहार में पीपल, बरगद, कास व फलदार पौधे लगाने की योजना पर भी तेजी से काम चल रहा है.

उन्होंने स्वीकार किया कि विभाग में कर्मचारियों की संख्या कम है. इस कमी को दूर करने के लिए जल्द ही पद सृजन होगा.वन्य जीवों के संरक्षण पर भी काम चल रहा है. वाल्मीकि नगर में चार वर्ष पहले तक मात्र आठ ही बाघ थे, आज 22 हैं. संजय गांधी जैविक उद्यान राइनों के प्रजनन का एशिया का सबसे बड़ा केंद्र है. उद्यान में हाथी रखने की योजना है, किंतु केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की आपत्ति के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है.

उन्होंने विधायकों से वन संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करने की अपील की. बहस में प्रमोद कुमार, श्याम बिहारी प्रसाद, लक्ष्मी नारायण यादव, अफाक आलम, व्यास देव प्रसाद, ललन कुमार, कृष्णनंदन, पवन जायसवाल, मंजू वर्मा, बृज किशोर सिंह, प्रदीप कुमार व कन्हैया रजवार ने हिस्सा लिया.

मंत्री जी, प्रावरण नहीं पर्यावरण

पटना. वन एवं पर्यावरण विभाग की अनुदान मांगों पर बहस के दौरान प्रतिपक्ष के नेता नंद किशोर यादव, राम लखन राम रमण व राजेश सिंह ने एक-दूसरे पर कविताओं के माध्यम से प्रहार किया. मंत्री पीके शाही व भाजपा सदस्य डॉ सुखदा पांडेय के बीच भी खूब व्यंग्यवाण चले. मंत्री पर्यावरण के बार-बार प्रावरण कह रहे थे. सुखदा पांडेय ने उन्हें पर्यावरण शब्द का शुद्ध-शुद्ध उच्चरण करने को कहा. मंत्री पीके शाही ने जब वाल्मीकि नगर में बाघों की संख्या बढ़ कर 22 होने पर अपनी पीठ थपथपायी, तब नंद किशोर यादव ने कहा मंत्री जी ने 22 बाघ देखे या 22 राजद के विधायक? भाजपा के कन्हैया रजवार ने सदन में सबसे अधिक बजटवाले उद्योग विभाग के बजाय वन एवं पर्यावरण विभाग पर चर्चा कराये जाने पर सवाल उठाये.

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