बिहार में लू लगने से 61 लोगों की मौत, पटना में गर्मी का टूटा पिछले 10 वर्षों का रिकॉर्ड, 22-23 जून तक आयेगा मॉनसून
पटना : बिहार में लू लगने से गर्मी के इस मौसम में अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है और सबसे अधिक मौत औरंगाबाद जिले में हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को बताया कि प्रदेश में लू लगने से अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है, […]
पटना : बिहार में लू लगने से गर्मी के इस मौसम में अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है और सबसे अधिक मौत औरंगाबाद जिले में हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने रविवार को बताया कि प्रदेश में लू लगने से अबतक 61 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से औरंगाबाद जिले में 30, गया में 20 और नवादा में 11 लोगों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि मृतकों के परिजनों को अनुग्रह अनुदान राशि मुहैया कराये जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है.
मौसम विभाग के पटना कार्यालय से प्राप्त जानकारी के मुताबिक राजधानी पटना में शनिवार को अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य 9.2 डिग्री सेल्सियस अधिक था. पटना में शनिवार को अधिकतम तापमान 2009 के बाद के पिछले 10 वर्षों के रिकॉर्ड को पार कर गया है. पटना शहर में शनिवार को न्यूनतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.2 डिग्री अधिक था. भीषण गर्मी को देखते हुए शहर में 19 जून तक के लिए स्कूलों को बंद रखने का आदेश जिलाधिकारी कुमार रवि ने शनिवार को दिया था.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि लगातार दो दिनों तक अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किये जाने पर हीट वेव घोषित किया जाता है. बिहार के अन्य जिलों गया, भागलपुर और पूर्णिया में शनिवार को अधिकतम तापमान क्रमश: 45.2 डिग्री सेल्सियस, 41.5 डिग्री सेल्सियस और 35.9 डिग्री सेल्सियस रहा था. मौसम विभाग पूर्वानुमान में ने पटना, गया और भागलपुर जिलों में रविवार को भी भीषण गर्मी रहेगी, जबकि पूर्णिया जिले में बारिश अथवा गरज या धूल के साथ आंशिक रूप से बादल छाये रहने के आसार जताए गए हैं. मौसम विभाग के अनुसार बिहार में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के 22-23 जून तक आने की उम्मीद है.