पांच साल में लगेंगे 25 करोड़ पौधे
पटना: कृषि वानिकी योजना अब सभी जिलों में चलायी जायेगी. खेती के साथ पौधारोपण की यह योजना 11 जिलों में ही चलायी जाती है. विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण एवं वन विभाग की ओर से आयोजित सेमिनार में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को तीन […]
पटना: कृषि वानिकी योजना अब सभी जिलों में चलायी जायेगी. खेती के साथ पौधारोपण की यह योजना 11 जिलों में ही चलायी जाती है. विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण एवं वन विभाग की ओर से आयोजित सेमिनार में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को तीन साल में 35 रुपये प्रति पौधा दिया जायेगा. पहले साल में 15, दूसरे व तीसरे साल में 10-10 रुपये दिये जायेंगे.
शहरी वानिकी योजना का भी विस्तार किया जायेगा. पटना में यह योजना चल रही है. राज्य के अन्य बड़े शहरों में राजगीर, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा आदि शहरों में शहरी वानिकी योजना का विस्तार होगा. सूबे में हो रहे पौधारोपण का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि पांच साल में करीब 25 करोड़ पौधा लगाने की योजना है. 10 करोड़ पौधा वन क्षेत्र में लगाये जायेंगे. बीपीएल परिवार को 25-30 पेड़ की इकाई दी जा रही है.
वृक्षपाल बन कर वे उसकी सुरक्षा करेंगे. मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना के तहत 54 लाख पौधारोपण की योजना है. राज्य सरकार की कोशिश है कि पांच साल में बिहार का वन क्षेत्र 9.79 से 15 प्रतिशत कर दिया जाये. विभागीय सचिव दीपक कुमार सिंह ने सबों को पौधारोपण करने के लिए कहा. खास कर हर कोई एक -एक नीम, पीपल, बरगद आदि के पेड़ लगाये. मौके पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीएन झा व अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक बीए खान ने भी अपने विचार रखे. स्वागत भाषण बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष सुभाष चंद्र सिंह व धन्यवाद ज्ञापन सदस्य राकेश कुमार ने किया.
होटलों में अनाज की बरबादी
एएन कॉलेज के पर्यावरण एवं जल प्रबंधन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो अशोक घोष ने एक प्रेजेंटेशन दिया. संक्षिप्त प्रेजेंटेशन में प्रो घोष ने कहा कि पूरी दुनिया में अनाज की बरबादी होती है. सबसे अधिक बरबादी होटलों में होती है. आकलन के अनुसार होटलों में 27 प्रतिशत तो रेस्टोरेंट में 15.5 प्रतिशत अनाज की बरबादी होती है. कार्यालयों में 11.1 प्रतिशत व अस्पतालों में 8.1 प्रतिशत अनाज की बरबादी होती है.
मानव परिवेश खतरे में : डॉ मिश्र
पूर्व मुख्यमंत्री डा जगन्नाथ मिश्र ने कहा कि मानव का प्राकृतिक परिवेश खतरे में है. डॉ मिश्र विश्व पर्यावरण दिवस पर मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के तत्वावधान में बिहार आर्थिक अध्ययन संस्थान सभागार में आयोजित गोष्ठी को संबोधित कर रहे थे.