लू और चमकी बुखार का कहर: नीतीश ने की हाइ लेवल मीटिंग, सभी स्कूल, कॉलेज व कोचिंग 24 तक बंद
पटना : राज्य में लू और चमकी बुखार से हो रही माैत को लेकर राज्य सरकार ने बड़े कदम उठाये हैं. सरकार ने प्रचंड लू को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल, काॅलेज और कोचिंग संस्थानों को 24 जून तक बंद करने का आदेश दिया है. दक्षिण बिहार के गया, औरंगाबाद और नवादा जिलों में […]
पटना : राज्य में लू और चमकी बुखार से हो रही माैत को लेकर राज्य सरकार ने बड़े कदम उठाये हैं. सरकार ने प्रचंड लू को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल, काॅलेज और कोचिंग संस्थानों को 24 जून तक बंद करने का आदेश दिया है.
दक्षिण बिहार के गया, औरंगाबाद और नवादा जिलों में 20 जून तक दिन में 11 से पांच बजे तक दवा की दुकान छोड़कर सभी बाजार बंद रखने का आदेश दिया गया है. पूरे राज्य में 23 जून तक मनरेगा समेत सभी सरकारी और निजी निर्माण कार्यों पर दिन में 11 से पांच बजे तक रोक लगा दी गयी है. सुबह छह से 11 बजे तक और शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक जरूरत के मुताबिक काम लिया जा सकेगा. इसके एवज में मजदूरी में किसी प्रकार की कोई कटौती नहीं की जायेगी. नयी दिल्ली से सोमवार को पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आला अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की.
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और मुख्य सचिव दीपक कुमार भी शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से सभी जिलों की रिपोर्ट ली. अापदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने उन्हें गया, नवादा और औरंगाबाद के ताजा हालात की जानकारी दी. वहीं, स्वास्थ्य सचिव संजय कुमार ने मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से बच्चों की हो रही मौत के बारे में बताया और अब तक किये गये उपायों की जानकारी दी.
उन्होंने सीएम को बताया कि मुजफ्फरपुर में ग्लैसिमिया से पीड़ित 380 बच्चों को भर्ती कराया गया है, जिनमें 102 की मौत हो गयी है. बाकी को इलाज के बाद बचा लिया गया है. करीब एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार, शिक्षा सचिव आरके महाजन, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव आमीर सुबहानी, आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने सूचना भवन में प्रेस काॅन्फ्रेंस कर सरकार द्वारा उठाये कदमों की जानकारी दी.
आधिकारिक ताैर पर गया, रोहतास, नवादा और औरंगाबाद में सोमवार की शाम तक लू से 100 लोगों के मरने की पुष्टि की गयी है. मुख्य सचिव ने बताया कि लू के कारण अब तक कुल 100 लोगों की मौत हो गयी है. इनमें 77 लोगों की इलाज के दौरान मौत हुई है, 23 लोग अस्पताल पहुंचने के पहले मर चुके थे. रिपोर्ट के अनुसार लू से कुल 512 लोग पीड़ित हुए. उन्होंने बताया कि प्रभावित जिलों में मुख्यमंत्री ने जल संकट से निबटने का निर्देश दिया है. इसे देखते हुए प्रभावित जिलों में 150 अतिरिक्त टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है. अगर कहीं से इसकी मांग आती है तो वहां पर टैंकरों की फेरी बढ़ायी जायेगी.
अाज से मृत बच्चों के घर जायेगी विशेष टीम
मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि मुजफ्फरपुर में जिन बच्चों की मौत हुई है, उनका सामाजिक और आर्थिक बैकग्रांउड जानने के लिए एक विशेष टीम भेजी जायेगी. यह टीम मंगलवार उन बच्चों के घर जाकर रिपोर्ट तैयार करेगी. पीड़ित बच्चों की मौत पोषण की कमी के कारण हुई है या कोई अन्य कारण है, इसकी रिपोर्ट तैयार करायी जा रही है. उन्होंने बताया कि मृत बच्चों के अभिभावकों को मंगलवार से चार-चार लाख का मुआवजा उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जायेगी.
अगले तीन दिनों का समय बहुत ही कठिन : मुख्य सचिव दीपक कुमार ने कहा कि अगले तीन दिनों का समय बहुत ही कठिन साबित हो सकता है. सभी जिलों को हिदायत दी गयी है कि यदि तीन दिनों में वर्षा नहीं हुई, तो एहतियात के तौर पर सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार रहें.
मुख्यमंत्री आज जायेंगे मुजफ्फरपुर उपमुख्यमंत्री भी रहेंगे साथ
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार की सुबह मुजफ्फरपुर जायेंगे. सुबह 10 बजे हेलिकाॅप्टर से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी मुजफ्फरपुर के लिए रवाना होंगे. वहां पहुंचने पर वह सीधे एसकेएमसीएच जायेंगे और एइएस व ग्लैसिमिया से पीड़ित बच्चों के इलाज का जायजा लेंगे. साथ ही परिजनों, अधिकारियों व डाॅक्टरों से अब तक बचाव के लिए किये गये उपायों की जानकारी लेंगे. मुख्यमंत्री के साथ आला अधिकारियों का दल भी होगा. संभावना है कि वहीं अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी होगी.