इस बार न सिर्फ मैट्रिक के छात्रों की संख्या बढ़ी, बल्कि रिजल्ट भी बेहतर हुआ. 2.45} अधिक परीक्षार्थी पास हुए. 2011 की तुलना में 6.27} परीक्षार्थी अधिक सफल हुए. प्रथम श्रेणी में पास करनेवाले छात्रों की संख्या 1.60} बढ़ गयी. इसके साथ ही कई परीक्षाओं में पीछे रहने के बाद इस बार छात्रों ने छात्राओं को पीछे छोड़ दिया.
पटना: मैट्रिक की परीक्षा में इस बार लड़कों ने लड़कियों को पीछे छोड़ दिया है. टॉप टेन में आठ लड़के और छह लड़कियां हैं. आरा के एचएनके हाइस्कूल के अभिषेक कुमार 459 अंक (91.8 फीसदी) पाकर स्टेट टॉपर बना है. इंटर साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स की परीक्षा में लड़कों से लड़कियां आगे रही थीं.
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष राजमणि प्रसाद सिंह व सचिव ललन झा ने बुधवार को मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी किया. पिछले वर्ष की तुलना में रिजल्ट बढ़िया हुआ है. इस बार 73.48 फीसदी छात्र-छात्रओं को सफलता मिली है, जबकि पिछले साल 71.03 फीसदी सफल रहे थे.
राजमणि प्रसाद सिंह ने कहा कि मैट्रिक परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है. 2011 में जहां 931279 परीक्षार्थी शामिल हुए थे. 2012 में इनकी संख्या बढ़ कर 1252069 व 2013 में 1348731 हो गयी.
समिति के अध्यक्ष राजमणि प्रसाद सिंह ने कहा कि असफल छात्रों के पास एक और मौका है. वह पूरक परीक्षा में शामिल होकर पास हो सकते हैं. जो लोग अपने परीक्षाफल से संतुष्ट नहीं हैं, उनके लिए स्क्रूटनी की भी व्यवस्था की जायेगी.