पटना : बेनामी संपत्ति मामले में बिहार में दो बड़ी कार्रवाई हुई है. आयकर विभाग ने राजद के पूर्व एमएलसी अनवर अहमद की अध्यक्षता वाले अवामी लीग सहकारिता बैंक के 24 बैंक खातों और इनमें जमा लाखों रुपये जब्त कर लिये हैं. साथ ही फेयर ग्रो नामक शेल कंपनी के नाम पर मौजूद बेनामी संपत्ति को भी जब्त कर लिया गया है. इस कंपनी के निदेशक मंडल में वर्ष 2015 के दौरान पूर्व डिप्टी सीएम और राजद नेता तेजस्वी यादव भी शामिल थे.
बाद में जब आयकर विभाग ने इस मामले की जांच शुरू की, तो तेजस्वी यादव ने इसके निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया. इस शेल कंपनी के नाम पर पटना में एयरपोर्ट के पास पांच कट्ठा 22 धुर जमीन और इस पर बना हुआ तीन मंजिला एक आलीशान मकान है, जिसे जब्त करने का आदेश दिया गया है.
दरअसल, आयकर विभाग ने इन दोनों मामलों में पहले ही छापेमारी कर इन संपत्तियों को सील कर दिया था. इसके बाद बेनामी संपत्ति मामले में इन्हें जब्त करने के लिए यह मामला नयी दिल्ली स्थित एडजुकेटिंग ऑथरिटी में चल रहा था. अब ऑथरिटी ने शुक्रवार को इन्हें जब्त करने से संबंधित फैसला दे दिया.
यह है पूरा मामला
नोटबंदी के बाद पटना में मौजूद अरशद अहमद की अध्यक्षता वाले अवामी लीग सहकारिता बैंक में दो दर्जन से ज्यादा बैंक खाते मजदूर और फुटपाथी दुकानदारों के नाम पर खुलवा दिये गये थे. संबंधित व्यक्ति की बिना जानकारी के खोले गये इन बैंक खातों में दो से ढाई लाख रुपये के पुराने नोट जमा करा दिये गये थे. इस तरह ऐसे फर्जी खातों में 80 से 85 लाख रुपये जमा किये गये थे. बाद में इनमें से कुछ पैसे निकाले भी गये थे.
इस तरह लाखों रुपये ब्लैक से व्हाइट किये गये थे. इस मामले में आयकर विभाग ने संबंधित बैंक के अध्यक्ष अनवर अहमद और उनके बेटे अरशद अहमद के तीन-चार ठिकानों पर छापेमारी की थी. इनमें बेटे का मदर्स इंटरनेशनल स्कूल भी शामिल था. जांच के दौरान दो दर्जन से ज्यादा बैंक खाते ऐसे मिले थे, जिनमें ब्लैक मनी को व्हाइट किया गया था. इनमें कुछ रसूखदारों के रुपये भी सफेद किये गये थे. दूसरे मामले में फेयर ग्रो शेल कंपनी का न कोई कारोबार था, न ही यह कंपनी कोई टैक्स पेमेंट करती थी.
फिर भी करोड़ों की संपत्ति इसके नाम पर थी. इसके निदेशक मंडल में तेजस्वी यादव के अलावा अन्य जो लोग भी थे, उनके नाम-पता की जांच करने पर सब फर्जी पाये गये. वर्तमान में इसके निदेशकों में नयी दिल्ली के ब्रज सरीन के अलावा देहरादून के राजेश गौड़ और मुकेश गौड़ शामिल हैं. इस शेल कंपनी के माध्यम से करोड़ों रुपये ब्लैक से व्हाइट किये गये थे. इस वजह से इसके खिलाफ बेनामी संपत्ति मामले में कार्रवाई की गयी है. इस कंपनी में कई निदेशक भी बदल दिये गये हैं.
बेनामी संपत्ति मामला
एडजुकेटिंग ऑथोरिटी ने इन बेनामी संपत्तियों को जब्त करने का दिया आदेश
फेयर ग्रो कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल थे तेजस्वी यादव