एके 47 बरामदगी मामला : मास्टरमाइंड के खाते में हुलास पांडेय के लोगों ने ट्रांसफर किये थे पैसे

पटना : मुंगेर से 22 एके-47 बरामदगी मामले में मास्टरमाइंड पुरुषोत्तम लाल रजक के अलावा सुरेश ठाकुर, इमरान आलम और नियाजुल रहमान हैं. वैसे इस मामले में इन चारों समेत कुल नौ लोग अब तक नामजद अभियुक्त बनाये गये हैं. एनआइए को शक है कि इन्हीं लोगों से सीधा संपर्क साधते हुए पूर्व एमएलसी हुलास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 22, 2019 7:46 AM
पटना : मुंगेर से 22 एके-47 बरामदगी मामले में मास्टरमाइंड पुरुषोत्तम लाल रजक के अलावा सुरेश ठाकुर, इमरान आलम और नियाजुल रहमान हैं. वैसे इस मामले में इन चारों समेत कुल नौ लोग अब तक नामजद अभियुक्त बनाये गये हैं. एनआइए को शक है कि इन्हीं लोगों से सीधा संपर्क साधते हुए पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय और उनके लोगों ने एके-47 की डील की थी.
इन चारों कुख्यातों में दो लोगों के बैंक खातों में हथियार खरीद से जुड़े कुछ पैसे भी जमा कराये गये थे. हालांकि, बाकी राशि कैश में ही पेमेंट की गयी थी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इन्हीं लोगों ने इस गैंग को दो से तीन एके-47 बेचवाने में मदद भी की थी. एक एके 47 का डील तीन से चार लाख रुपये में होने की संभावना बतायी जा रही है. यह बात भी सामने आ रही है कि दूसरों को हथियार बचवाने के मामले में यह राशि कुछ ज्यादा थी.
पूरे मामले को स्थापित करने के लिए एनआइए इनके बैंक खातों और बैंक डिटेल की जांच कर रही है. छापेमारी के दौरान हुलास पांडेय और उनके भाई-रिश्तेदारों के कुछ बैंक डिटेल भी जब्त किये गये थे, जिसकी इस एंगल पर जांच की जा रही है.
सूत्र यह भी बताते हैं कि हुलास पांडेय और उनके रिश्तेदारों के सभी ठिकानों से अब तक पूरी एके-47 राइफल तो बरामद नहीं हुई है, लेकिन इसके पुर्जों के अलावा इसकी डील से जुड़े कुछ ठोस साक्ष्य बरामद हुए हैं. समझा जा रहा है कि इस प्रकरण के खुलने के बाद एके-47 को कहीं अन्य ठिकाना लगा दिया गया है.
ऐसे में इस बात की भी संभावना जतायी जा रही है कि एनआइए जरूरत पड़ने पर इससे जुड़े कुछ लोगों की गिरफ्तार कर इस मामले में गहन पूछताछ भी कर सकती है. हालांकि, जांच आगे बढ़ने के बाद ही इससे जुड़े किसी मामले में स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. फिलहाल इस पूरे प्रकरण में आधिकारी तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया जा रहा है.
एके 47 बरामदगी मामला
इस गैंग को दो से तीन एके-47 बेचवाने में मदद भी की थी
छापेमारी में बरामद लेन-देन के कागजात व बैंक डिटेल्स की हो रही जांच

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