आपातकाल को काला दिवस के रूप में याद रखेगी जनता : मोर्चा
पटना : राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र चौहान, प्रधान महासचिव नरेश महतो एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने इंदिरा सरकार द्वारा 1975 देश में घोषित आपातकाल को लोकतंत्र के पर काला धब्बा बताया है. इन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने लोकतांत्रिक मर्यादा का हनन करते हुए जिस तरह से लोकतंत्र […]
पटना : राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र चौहान, प्रधान महासचिव नरेश महतो एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता नीलमणि पटेल ने इंदिरा सरकार द्वारा 1975 देश में घोषित आपातकाल को लोकतंत्र के पर काला धब्बा बताया है. इन्होंने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस की सरकार ने लोकतांत्रिक मर्यादा का हनन करते हुए जिस तरह से लोकतंत्र कि हत्या करना चाहा, उसे जनता कभी भूलने वाली नहीं है.
मोर्चा के नेताओं ने कहा कि देश की जनता आज के दिन को लोकतांत्रिक इतिहास में काला दिवस के रूप में मना रहा है. तत्कालीन इंदिरा गांधी की सरकार ने जिस तरह से देश में लोकतंत्र का गला घोटते हुए आपातकाल लगाकर सैकड़ों लोगों को जेल मे डाल दिया था, वह कांग्रेस के लिए कब्र बनकर सामने आयी.
निकट चुनाव में पूरे देश से कांग्रेस का सफाया हुआ और केंद्र की सत्ता में मोरारजी देशाई के नेतृत्व में गैर कांग्रेस सरकार की स्थापना हुई. कांग्रेस की मानसिकता शुरू से ही सामंतवादी रही है. आपातकाल के दौरान मीडिया पर भी प्रतिबंध लगाकर कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी नहीं बख्सा था. इसलिए, इंदिरा सरकार के इस गैर लोकतांत्रिक व सामंतवादी नीतियों के खिलाफ पूरे देश की जनता आज काला दिवस के रूप में इसे याद कर रही है.