केंद्र, राज्य सरकार के प्रयासों से बिहार को बच्चों के लिए पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकेगा : सुशील मोदी
पटना: उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्विटकरकहाकि बिहार में एईएस बुखार से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार ने मिल कर पूरी तत्परता से काम किया, जिससे 490 बीमार बच्चों में अधिकतर का इलाज किया गया. 140 मासूमों की जान बचायी गयी, लेकिन दुर्भाग्यवश, लगभग इतने ही बच्चों को बचाया नहीं […]
पटना: उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्विटकरकहाकि बिहार में एईएस बुखार से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य की सरकार ने मिल कर पूरी तत्परता से काम किया, जिससे 490 बीमार बच्चों में अधिकतर का इलाज किया गया. 140 मासूमों की जान बचायी गयी, लेकिन दुर्भाग्यवश, लगभग इतने ही बच्चों को बचाया नहीं जा सका. सिस्टम में जहां कमी रह गयी, उस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त किया और इस चुनौती का सामना करने का संकल्प व्यक्त किया. हमें विश्वास है कि आगे आने वाले दिनों में केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों से बिहार को बच्चों के लिए पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाया जा सकेगा.
अपने एक अन्यट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि तीन तलाक जैसी कुप्रथा पर रोक लगाने की संवैधानिक पहल को धार्मिक या चुनावी राजनीति के नजरिये से देखने के बजाय इसे महिला सशक्तीकरण के व्यापक नजरिये से देखा जाना चाहिए. जो दल अब तक इस पर कांग्रेस की तरह सोच रहे हैं, वे कांग्रेस की ही तरह मुसलिम महिलाओं के साथ न्याय करने का तीसरा मौका भी खो देंगे. गैरकांग्रेसी दलों को डाॅ. लोहिया की तरह राजनीतिक साहस दिखाना चाहिए और मुसलिम महिलाओं को तलाक की प्रताड़ना से निजात दिलाने में सहयोग करने की राष्ट्रपति की अपील का आदर करना चाहिए.