स्वास्थ्य मंत्री के इस्तीफे पर अड़ा विपक्ष
पटना : माॅनसून सत्र में विपक्ष इंसेफ्लाइटिस (चमकी बुखार) से राज्य में बच्चों की मौत को लेकर सरकार पर हमलावर हो गया है. शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाकपा-माले और कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री […]
पटना : माॅनसून सत्र में विपक्ष इंसेफ्लाइटिस (चमकी बुखार) से राज्य में बच्चों की मौत को लेकर सरकार पर हमलावर हो गया है. शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही भाकपा-माले और कांग्रेस के विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको के सामने धरना-प्रदर्शन शुरू कर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बच्चों की मौत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें पीएम ने चूक को स्वीकार किया है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि स्वास्थ्य मंत्री यदि खुद इस्तीफा नहीं देते हैं, तो मुख्यमंत्री को उनसे इस्तीफा मांग लेना चाहिए. पीएम को भी स्वास्थ्य मंत्री की बर्खास्तगी के लिए पहल करनी चाहिए.
मिले 10-10 लाख मुआवजा
भाकपा-माले के विधायक सुदामा प्रसाद, महबूब आलम और सत्यदेव राय ने प्रदर्शन कर कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने आपराधिक लापरवाही की है. उनको बर्खास्त करना चाहिए. इंसेफ्लाइटिस को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर पीड़ित परिवारों को दस-दस लाख मुआवजा दिया जाना चाहिए. कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान, विजय शंकर दुबे, अवधेश नारायण, राजेश राम आदि ने भी मंगल पांडेय के इस्तीफा की मांग की.