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पटना : 50 वर्षों में लू के दिन सबसे अधिक, राजधानी ने जून में झेली छह वर्षों में सर्वाधिक गर्मी
राजदेव पांडेय औसत तापमान में 3.5 डिग्री का इजाफा पटना : राजधानी पटना ने छह साल बाद सबसे गर्म जून झेला है. 2012 के बाद पूरा जून माह इससे पहले इतना कभी नहीं तपा. पिछले पांच दशकों में जून का औसत उच्चतम तापमान 36़ 56 डिग्री सेल्सियस था. इस साल जून का औसत उच्चतम तापमान […]
राजदेव पांडेय
औसत तापमान में 3.5 डिग्री का इजाफा
पटना : राजधानी पटना ने छह साल बाद सबसे गर्म जून झेला है. 2012 के बाद पूरा जून माह इससे पहले इतना कभी नहीं तपा. पिछले पांच दशकों में जून का औसत उच्चतम तापमान 36़ 56 डिग्री सेल्सियस था. इस साल जून का औसत उच्चतम तापमान उससे 3.5 डिग्री अधिक 40 डिग्री सेल्सियस पहुुंच गया है. पिछले 50 वर्षों में केवल तीन बार औसत उच्चतम तापमान 40 डिग्री पार पहुंचा है. इस साल से पहले वर्ष 2012 और 2005 में औसत उच्चतम तापमान 40 डिग्री पहुंचा था.
लू प्रभावित दिनों की संख्या पिछले पांच दशकों में सबसे अधिक रही. जानकारी के मुताबिक माह के 29 दिनों में 70 फीसदी दिन हीट वेव (लू) की स्थिति से गुजरे. इस दौरान दिन में उच्चतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री से अधिक रहा, जबकि इनमें सात दिन ऐसे रहे जब आधिकारिक तौर पर मौसम विभाग ने लू की स्थिति स्वीकार की. इससे पहले 1969 से वर्ष 2018 तक जून में हीट वेव की स्थिति इतने दिन कभी नहीं थी.
बढ़ी गर्मी को कुछ यूं समझें
माह के पहले पांच दिन शहर का तापमान सामान्य से चार डिग्री तक अधिक रहा. केवल तीन जून को सामान्य तापमान रहा. छह जून से दस जून तक सामान्य से तीन डिग्री तक अधिक रहा. केवल एक दिन छह जून को सामान्य से एक डिग्री कम तापमान रहा. 11 जून से 15 जून तक शहर का उच्चतम तापमान सामान्य से 9 डिग्री तक अधिक रहा. 16 जून से 20 जून तक उच्चतम तापमान सामान्य से 8 डिग्री तक अधिक रहा. 21 जून से 25 जून तक उच्चतम तापमान सामान्य से छह डिग्री तक अधिक रहा.
हीट ट्रैपिंग ग्रीन हाउस
यह एक विशेष दशा है. दरअसल इन मकानों के बीच खाली जगह कम होने से मकान का तापमान बाहर नहीं जा पाता. हरियाली न होने से तापमान कम भी नहीं हो पाता. इससे दिन भर के उच्चतम तापमान से तपे मकान सुबह तक ठंडे हो पाते हैं. यह एक खतरनाक दशा है. इस तरह शहर के छोटे-बड़े और बहुमंजिले कंक्रीट के मकान एक तरह से हीट ट्रैपिंग ग्रीन हाउस में तब्दील हो गये.
बंगाल की खाड़ी में कम दाब का बना क्षेत्र
पटना : शनिवार को दिन भर लू चली. उच्चतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक 40 डिग्री सेल्सियस रहा. न्यूनतम तापमान भी सामान्य से दो डिग्री अधिक दर्ज किया गया. दिन भर चली लू के चलते शहर में अच्छी खासी गर्मी महसूस की गयी. दरअसल इस गर्मी को वातावरण में पसरी 48 फीसदी ऊमस और अधिक बोझिल बना दिया. तीस जून बादल छाये रहेंगे.
हालांकि एक जुलाई से ठीक-ठाक बारिश होने की उम्मीद है. बंगाल की खाड़ी में कम दाव का का क्षेत्र बना हुआ है. रविवार तक इसकी तीव्रता के संकेत मिले हैं. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अगले 48 घंटे में यह मानसून साइक्लोन की स्थिति में पहुंच सकता है. अगर यह स्थिति बनती है तो जुलाई माह के पहले हफ्ते में अच्छी खासी बारिश बिहार में हो सकती है. हालांकि टर्फ लाइन अब भी बिहार के ऊपर से गुजर रही है.
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