पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन विधानसभा के अंदर और बाहर विपक्षी नेताओं ने हंगामा किया. विपक्षी दलों के सदस्यों ने मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) / जापानी इन्सेफेलाइटिस (जेई) से बच्चों की मौत को लेकर जमकर हंगामा किया. विपक्ष के सदस्यों ने बच्चों की मौत को लेकर सदन में कार्यस्थगन प्रस्ताव लाया. विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने कार्यस्थगन प्रस्ताव को मंजूर कर लिया. सदन में इस पर बहस जारी है.
सदन की कार्यवाही लाइव देखने के लिए यहां क्लिक करें…
महबूब आलम ने कहा कि वर्ष 2006 से ही मुजफ्फरपुर में एक्यूट इन्सेफेलाइटिस सिंड्रोम से बच्चों की मौत हो रही है. पीड़ित बच्चों के रात में खाना नहीं खाने की बात सामने आयी है. वहीं, उन्होंने पीड़ित परिवारों को राशन कार्ड भी उपलब्ध नहीं होने की बात कही. साथ ही कहा कि जापानी इन्सेफेलाइटिस मच्छर के काटने से होता है. अस्पतालों में इलाज का अभाव है.
आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने कहा कि बिहार में एईएस से मौत की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की भी है. उन्होंने एईएस से बच्चों की मौत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संज्ञान लेने के लिए धन्यवाद दिया. आरजेडी नेता ने कहा कि केंद्र सरकार की जिम्मेदारी भी है. लेकिन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को टारगेट नहीं किया जा रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में खड़ा होते हुए आरजेडी ने कहा कि नीतीश जी आपको टारगेट किया जा रहा है. चमकी बुखार को लेकर आपसे ज्यादा दोषी मंगल पांडे, सुशील मोदी और केंद्र के स्वाथ्य मंत्री हैं. आप दोषी हैं, लेकिन उससे ज्यादा आपको बदनाम किया जा रहा है.
इधर, सदन में कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री दस जून से पहले मुजफ्फरपुर नहीं गये. साथ ही कहा कि सत्ता के सुख में गरीबों की आवाज नहीं सुनी जा रही है. सुनियोजित तरीके से मुख्यमंत्री को टारगेट किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि दवाई के अभाव में बच्चों की मौत हुई है.
कार्यवाही शुरू होने तक सदन में नहीं पहुंचे थे तेजस्वी
बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र की कार्यवाही शुरू होने तकविधामसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे थे. वहीं, उनके बड़े भाई व राजद विधायक तेज प्रताप यादव सदन में मौजूद थे.
इससे पहले वामदलों के सदस्यों ने महाराष्ट्र में बिहार के मजदूरों की मौत और मुजफ्फरपुर में एईएस से बच्चों की मौत को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया. साथ ही सदस्यों ने स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की. वहीं, आरजेडी के सदस्यों ने भी स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के इस्तीफे की मांग की.