सृजन घोटाले : 11 मामलों में 60 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल
पटना/भागलपुर : अरबों के सृजन घोटाले में सीबीआइ ने अब तक 11 मामलों में 60 लोगों पर आरोप पत्र दाखिल किया है. इसमें अधिकतर अभियुक्त सीबीआइ की पकड़ के बाहर हैं. जबकि, 17 अभियुक्त जेल में बंद हैं. वहीं, मंगलवार को सीबीआइ ने कुल 12 अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली थाना कांड संख्या 499/17 व आरसी […]
पटना/भागलपुर : अरबों के सृजन घोटाले में सीबीआइ ने अब तक 11 मामलों में 60 लोगों पर आरोप पत्र दाखिल किया है. इसमें अधिकतर अभियुक्त सीबीआइ की पकड़ के बाहर हैं. जबकि, 17 अभियुक्त जेल में बंद हैं. वहीं, मंगलवार को सीबीआइ ने कुल 12 अभियुक्तों के खिलाफ कोतवाली थाना कांड संख्या 499/17 व आरसी 12ए 17 के तहत आरोप पत्र दाखिल किया. सीबीआइ ने 25 अगस्त 2017 को सृजन का मामला दर्ज किया था. इसमें 15 करोड़ गबन का आरोप था.
लेकिन, बाद में जांच में सीबीआइ ने पाया कि अभियुक्तों ने आपसी साजिश और पद का गलत उपयोग कर 2009 से 2016 के बीच बैंक ऑफ बड़ौदा के पांच-पांच करोड़ के फर्जी चेक से 25 करोड़, 54 लाख, 89 हजार की निकासी की थी. इसमें भागलपुर के तत्कालीन डीएम का फर्जी हस्ताक्षर कर सृजन के खाते में पैसा स्थानांतरित किया गया था. फिर अभियुक्त ने बाद में उक्त पैसे की आपस में बंदरबांट की थी.
सीबीआइ लगातार कर रही छापेमारी
सीबीआइ ने आरोप पत्र में बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक नवीन कुमार साह के अलावा बैंक ऑफ बड़ौदा के ही अन्य पदाधिकारी, जिसमें वरुण कुमार, अतुल रमण, सरफराजुद्दीन, ज्ञानेंद्र कुमार, दिलीप कुमार ठाकुर और इसके अलावा गैर सरकारी कर्मी एनबी राजू, बंशीधर झा, सृजन की प्रबंधक सविता झा, रजनी प्रिया, अमरेंद्र कुमार यादव व भागलपुर नजारत के लिपिक संत कुमार सिन्हा को अभियुक्त बनाकर आरोप पत्र दाखिल कर दिया है.
गौरतलब है कि जो अभियुक्त कोर्ट में उपस्थित नहीं हो रहे हैं, उनको गिरफ्तार करने के लिए सीबीआइ लगातार छापेमारी कर रही है. वहीं, कुछ अभियुक्तों के खिलाफ जल्द ही कुर्की जब्ती का आदेश भी लिया जाने वाला है.
पटना की सीबीआइ टीम ने प्रखंडों में हुए सरकारी राशि गबन मामले की शुरू की जांच
पटना की सीबीआइ टीम ने प्रखंडों में हुए सरकारी राशि गबन मामले में संबंधित योजनाओं की पड़ताल कर रही है. प्रखंडों से दर्ज प्राथमिकी की जांच कर रही टीम कागजात के आधार पर मौके पर जाकर जांच कर रही है. कई प्रखंड कर्मियों से भी पूछताछ की गयी.