बैंकिंग फ्रॉड : सीबीआइ ने की बैंकों के कर्मियों से की पूछताछ
पटना : सीबीआइ ने गया शहर के अखौरी बंधुओं को पटना की तीन बैंक शाखाओं से 80 करोड़ लोन देने में गड़बड़ी करने के मामले में दूसरे दिन बुधवार को कई सबूतों और बेहद अहम फाइलों को इकट्ठा किया. एकत्र किये गये तमाम दस्तावेजों और कागजात की समीक्षा की जा रही है. इसके बाद इस […]
पटना : सीबीआइ ने गया शहर के अखौरी बंधुओं को पटना की तीन बैंक शाखाओं से 80 करोड़ लोन देने में गड़बड़ी करने के मामले में दूसरे दिन बुधवार को कई सबूतों और बेहद अहम फाइलों को इकट्ठा किया. एकत्र किये गये तमाम दस्तावेजों और कागजात की समीक्षा की जा रही है. इसके बाद इस मामले में कई अहम बातें और कई अहम लोगों के नाम सामने आने की संभावना है.
इस दौरान कुछ बैंक अधिकारियों से शुरुआती स्तर की पूछताछ भी हुई है. जल्द ही सीबीआइ इस मामले में बैंक वालों को विधिवत नोटिस जारी करके उन्हें बुलाकर खासतौर से पूछताछ करने की तैयारी में है. सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कई बैंकों के कुछ बड़े अधिकारियों से भी पूछताछ होगी. लोन के नाम पर इतनी बड़ी आर्थिक फर्जीवाड़े के मामले में बैंकों के कई अधिकारियों की भी मिलीभगत से इन्कार नहीं किया जा सकता है. इस पहलू पर भी सीबीआइ गंभीरतापूर्वक जांच कर रही है.
शुरुआती जांच में उठ रहे कई अहम सवाल
बैंकिंग फ्रॉड के इस पूरे मामले में अब तक हुई जांच में कई अहम सवाल सामने आये हैं. फिलहाल सीबीआइ इन तमाम सवालों की गंभीरता से पड़ताल करने में जुटी हुई है.
पूरे मामले में सबसे अहम सवाल यह सामने आया है कि अखौरी बंधुओं को इतना बड़ा लोन जिस होटल के निर्माण के लिए दिया गया था, उसकी पूरी राशि एक बार में ही कैसे ट्रांसफर हो गयी, जबकि होम या अन्य किसी तरह के निर्माण से जुड़े लोन में यह नियम होता है कि पैसे चरणबद्ध तरीके से (निर्माण के अनुसार) जारी किये जाते हैं. लेकिन इस मामले में पूरे पैसे होटल का निर्माण पूरा होने के पहले ही इनके पास ट्रांसफर कर दिये गये.
बैंकवालों ने ऐसा जानबूझ कर किसी मिलीभगत के तहत किया है या किसी बड़ी पैरवी के दबाव में आकर ऐसा किया है, इस बात की जांच चल रही है. इसके अलावा लोन देने के लिए जमीन और इससे संबंधित जिन कागजात को आधार बनाया गया है, उनकी वास्तविकता क्या है? जिस जमीन पर लोन जारी किया गया है, उसकी वास्तविक कीमत कितनी है, इन बातों की जांच चल रही है.