पटना : 36 दिन तक अज्ञातवास के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मॉनसून सत्र के पांचवें दिन अचानक विधानसभा पहुंचे. सदन की कार्यवाही गुरुवार को सुबह 11 बजे से शुरू हुई. इसके 45 मिनट बाद करीब 12:45 बजे प्रश्नकाल के दौरान वह चुपचाप आकर अपनी सीट पर बैठ गये. उनके आने पर राजद के कुछ सदस्यों ने उनका बैठे-बैठे, तो कुछ ने धीरे-धीरे मेज थपथपा कर स्वागत किया. हालांकि, पूरी कार्यवाही के दौरान उन्होंने कोई बात नहीं की.
इस्तीफा दूंगा नहीं
पटना . तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से कहा कि इस्तीफा दूंगा नहीं, कइयों का इस्तीफा लूंगा. उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनके एक पैर में हल्का फ्रैक्चर हो गया था, जिसके इलाज के लिए वह दिल्ली में थे. राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक छह जुलाई को पटना में होगी. इसमें पार्टी की ओर से कई प्रस्ताव पारित किये जायेंगे.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता के तौर पर उनके इस्तीफे की पेशकश के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा, ‘आप (मीडिया वाले) जरूर जानते होंगे… आप अफवाहों पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं.’ वह इतने दिनों तक कहां थे? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वह देश में ही थे और दिल्ली में उनके पैर का इलाज चल रहा था. उन्होंने कांग्रेस के अध्यक्ष पद से राहुल गांधी के इस्तीफे पर टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के बाद वह सार्वजनिक रूप से 36 दिनों बाद गुरुवार को दिखे.