मॉनसून सत्र : सदन में बोले शिक्षा मंत्री- सभी टीईटी अभ्यर्थी जल्द बनेंगे शिक्षक, दूर होगी शिक्षकों की कमी
पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सभी टीईटी पास अभ्यर्थी जल्द शिक्षक बनेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा को सुलभ बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ छात्रों को मिल रहा है. इससे पहले बिहार विधानसभा की […]
पटना : बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विधानसभा में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सभी टीईटी पास अभ्यर्थी जल्द शिक्षक बनेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा को सुलभ बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ छात्रों को मिल रहा है.
इससे पहले बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुक्रवार को विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायकों के हंगामे की भेंट चढ़ गयी. विपक्ष के हंगामे के कारण कार्यवाही शुरू होते ही पांच मिनट के अंदर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गयी. आरजेडी विधायकों का कहना था कि सूबे में एक्यूट इन्सेफिलाइटस सिंड्रोम (एईएस) की वजह से बच्चों की मौत के बारे में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का जवाब उन्हें स्वीकार नहीं है और वह इस मुद्दे पर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुआ, तो स्वास्थ्य मंत्री ने आरजेडी सदस्य अब्दुल बारी सिद्दीकी के अल्पकालिक चर्चा के प्रस्ताव का जवाब देना शुरू किया. इसमें पूछा किया गया सरकार ने राज्य में एईएस के प्रकोप से निबटने के लिए क्या कदम उठाये हैं. स्वास्थ्य मंत्री ने आरजेडी सदस्यों की टोकाटाकी के बीच अपने जवाब में कहा कि एईएस के सामने आने के एक महीने के बाद भी इन मौतों को रोकने के लिए विपक्ष राजद की तरफ से एक भी सुझाव नहीं आया. विधानसभा अध्यक्ष ने आरजेडी विधायकों से कहा कि अगर वे मंत्री को सुनने को तैयार ही नहीं हैं, तो जवाब कौन देगा. इसके बाद आरजेडी सदस्य उग्र हो गये और वे आसन के निकट आकर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे. इसके बाद अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी. वहीं, कांग्रेस के सदस्य इस दौरान सीट पर बैठे रहे.
विधानसभा में शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सभी टीईटी पास अभ्यर्थी जल्द शिक्षक बनेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षा को सुलभ बनाने की कोशिश की जा रही है. साथ ही स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड का लाभ छात्रों को मिल रहा है. अब इनकी नियुक्ति जुलाई 2019 से आरंभ कर विभिन्न चरणों में फरवरी 2020 तक पूरी कर ली जायेगी. इन शिक्षकों की नियुक्ति के बाद विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर कर लिया जायेगा. शिक्षा मंत्री शुक्रवार को शिक्षा विभाग के बजट पर सरकार का पक्ष रख रहे थे. सदन ने शिक्षा विभाग के 347 अरब 98 करोड़ के बजट को ध्वनिमत से पारित कर दिया. इस दौरान विपक्ष के सदस्यों ने सदन से वाकआउट किया. उन्होंने बताया कि माध्यमिक शिक्षा में सुधार के लिए नवाचार योजना आरंभ की जा रही है. इसमें सभी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों में तकनीकी का प्रयोग करते हुए उन्नयन बांका की सफलता को देखते हुए उन्नयन बिहार योजना का आरंभ अगस्त से की जा रही है. इसमें तकनीकी के जरिये विद्यार्थी आसानी से शिक्षा ग्रहण कर सकते हैं.
बिहार विधानमंडल की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गयी, वहीं विधानसभा की कार्यवाही सोमवार 11 बजे और विधान परिषद की कार्यवाही सोमवार 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
गुणवत्तापूर्ण और समान शिक्षा प्रणाली को लेकर मंत्री को अपनो ने ही घेरा
वहीं, विधान परिषद में सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण और समान शिक्षा प्रणाली को लेकर सत्तापक्ष के सदस्यों ने ही मंत्री को घेरा. बीजेपी के विधान पार्षद नवल किशोर यादव ने शिक्षा मंत्री कृष्णंदन प्रसाद वर्मा से कहा कि आप अपने बेटे का नामांकन सरकारी स्कूल में कराएं. साथ ही उन्होंने कहा कि जो अधिकारी सरकारी स्कूलों को अपटूडेट होने की बात बता रहे हैं, उन्हें भी अपने बेटे का नामांकन सरकारी स्कूलों में कराने को कहें. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की हकीकत का पता चल जायेगा.उन्होंने कहा कि शिक्षा के स्तर में गिरावट आयी है. इसके लिए सरकार के अधिकारी दोषी हैं. शिक्षामंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर सरकार चिंतित है. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं.