बजट 2019 : अरुण जेटली पश्चिमी विचारों का ”अंतिम गुलाम” था! …जानें किसने और क्यों कहा?
पटना : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के भारतीय परंपरा ‘बही खाता’ के रूप में बजट पेश करने पर बीजेपी पर तंज कसते हुए पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को पश्चिमी विचारों का ‘अंतिम गुलाम’ कहा है. जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के केंद्रीय बजट के पेश करने के लिए शुक्रवार को ब्रीफकेस के बजाय […]
पटना : वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के भारतीय परंपरा ‘बही खाता’ के रूप में बजट पेश करने पर बीजेपी पर तंज कसते हुए पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली को पश्चिमी विचारों का ‘अंतिम गुलाम’ कहा है.
जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के केंद्रीय बजट के पेश करने के लिए शुक्रवार को ब्रीफकेस के बजाय चार गुना लाल कपड़े में बजट दस्तावेज लेकर संसद पहुंचने पर मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमणियन ने कहा है कि यह भारतीय परंपरा में है. यह पश्चिमी विचारों की गुलामी से हमारे प्रस्थान का प्रतीक है. यह एक बजट नहीं है, लेकिन एक ‘बही खाता’ है.
In other words @arunjaitley was the last slave of western thoughts! https://t.co/OOswGqH2Xn
— Dipankar (@Dipankar_cpiml) July 5, 2019
केंद्रीय बजट को ब्रीफकेस के बजाय चार गुना लाल कपड़े में दस्तावेज लेकर पहुंचने पर भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बीजेपी पर तंज कसा है. ‘बही खाता’ के रूप में दस्तावेज लेकर बजट पेश करने को पश्चिमी विचारों की गुलामी से प्रस्थान का प्रतीक बताये जाने पर दीपंकर भट्टाचार्य ने सवाल उठाते हुए कहा है कि ‘दूसरे शब्दों बीजेपी नेता अरुण जेटली पश्चिमी विचारों का अंतिम गुलाम था!’