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Budget2019 : आम बजट को महागठबंधन ने नकारा, एनडीए ने सराहा, …पढ़ें किसने क्या कहा?

पटना : केंद्रीय आम बजट को लेकर विभिन्न पार्टियों और नेताओं ने अपने विचार रखे. एक ओर जहां विपक्ष के नेताओं ने खोखला करार देते हुए बजट को नकार दिया, वहीं सत्ता पक्ष के नेताओं ने इसे अर्थव्यवस्था के आधारभूत बदलाव पर महत्व दिया जानेवाला बताया है. किसने क्या कहा… आरजेडी ने आम बजट को […]

पटना : केंद्रीय आम बजट को लेकर विभिन्न पार्टियों और नेताओं ने अपने विचार रखे. एक ओर जहां विपक्ष के नेताओं ने खोखला करार देते हुए बजट को नकार दिया, वहीं सत्ता पक्ष के नेताओं ने इसे अर्थव्यवस्था के आधारभूत बदलाव पर महत्व दिया जानेवाला बताया है.

किसने क्या कहा…

आरजेडी ने आम बजट को नकारा, कहा- महिलाओं पर देना चाहिए था खास ध्यान

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आम बजट को खोखला करार देते हुए नकार दिया है. उन्होंने कहा कि महिला वित्त मंत्री को महिलाओं के बारे में ध्यान देना चाहिए था. इस बजट में आम जनता के लिए कुछ भी नहीं है. वहीं, आरजेडी के राष्ट्रीय महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि एनडीए सरकार ने चुनाव के समय जितने वादे किये थे, सब फेल हुए. देश के किसान की माली हालत खराब है. सरकार किसानों की लागत आय पर भी फैसला नहीं ले पा रही है. यह बजट जनविरोधी है. वहीं, पार्टी नेता व पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि बजट से महंगाई चरम पर जायेगी. उन्होंने कहा कि आम लोगों के साथ छलावा किया गया है. पेट्रोल, डीजल के मूल्यों में वृद्धि कर दी गयी है. आरजेडी के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार एवं अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव उपेंद्र चंद्रवंशी ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि आम बजट में गरीबों के लिए अलग से कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. देश के किसानों की दशा को सुधारने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गयी है. सरकार चंद्रमा पर पहुंचने के लिए खर्च कर रही है, लेकिन, देश के गरीबों की दशा को सुधारने के लिए कोई नयी स्कीम नहीं बनायी गयी है. आम बजट के पूर्व जो आर्थिक सर्वेक्षण पेश की गयी है, वह गरीबों को और देश की जनता को आईवाश करने के अलावा और कुछ नहीं है.

बीजेपी ने सराहा, कहा- अमीरों पर लगाया गया टैक्स, गरीबों को अधिक सुविधा

आम बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बजट में अमीरों पर टैक्स लगाया गया है, जबकि गरीबों को अधिक सुविधाएं देने का प्रावधान किया गया है. अमीरों पर अधिक टैक्स लगाया गया है. जबकि, गरीबों को बिजली, घर, एलपीजी, सड़क समेत अन्य मूलभूत सुविधाएं देने की घोषणा की गयी है. पांच लाख करोड़ का प्रावधान सिर्फ आधारभूत संरचना के लिए किया गया है. स्टार्ट अप को प्रोमोट करने के लिए प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की गयी है. साथ ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए टैक्स में छूट प्रदान की गयी है. इस बजट में अर्थव्यवस्था के आधारभूत बदलाव पर खासतौर से महत्व दिया गया है. वहीं, पथ निर्माण मंत्री व बीजेपी नेता नंदकिशोर यादव ने कहा है कि केंद्रीय बजट में खेल के मैदान से लेकर खेत-खलिहान तक के लिए प्रावधान किये गये हैं. इससे देश का चहुंमुखी विकास होना तय है. गांव, गरीब और किसान के लिए किये गये बजटीय प्रावधान से इनके सामाजिक और आर्थिक स्तर को सुधारने में मील का पत्थर साबित होगा. बजट में हर आम और खास वर्ग को राहत दी गयी है. मध्यम वर्गीय लोगों को जहां पांच लाख तक की आय को कर मुक्त किया गया ,वहीं 45 लाख तक की घर खरीद पर छूट की राशि को दो लाख से बढ़ा कर साढ़े तीन लाख कर इस वर्ग को बड़ी राहत दी गयी है.

लेफ्ट ने जनविरोधी और छलावापूर्णकरारदिया

माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि हमारा देश जलसंकट से जूझ रहा है, लेकिन जलसंकट से उबारने के लिए बजट में कुछ नहीं है. रोजगार के संबंध में भी कुछ नहीं कहा गया है. पहले से देश की जनता जिस परेशानी से लड़ रही थी. वह परेशानी इस बजट से खत्म नहीं होगी. कुल मिला कर यह पूरा बजट बड़े लोगों के पक्ष में है. वहीं, भाकपा के राज्य सचिव मंडल के सदस्य विजय नारायण मिश्र ने कहा कि हर विभाग के लिए बजट में प्रावधान होता है, लेकिन इस बजट में कुछ ऐसा नहीं दिखा है. पेट्रोल-डीजल का दाम बढ़ाने से बजट महंगाई बढ़ानेवाला हो गया है. बजट देखकर लग रहा है कि चुनाव के दौरान जितनी राशि खर्च की गयी थी, उसे अब जनता से वसूला जायेगा. इधर, सोशल यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया कम्युनिस्ट के राज्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आम बजट जनविरोधी और छलावापूर्ण है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पेश इस बजट में देश के करोड़ों बेरोजगारों के लिये कोई योजना नहीं है. चुनाव के दौरान पीएम ने किसानों से किया वादा को पूरा करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है. किसानों की दोगुनी आमदनी, फसल का वाजिब दाम और उनकी बदहाली दूर करने के संबंध में बजट में कोई चर्चा नहीं है. पेट्रोल के दाम बढ़ने से महंगाई बढ़ेगी.

जाप ने ने कहा- गरीबों और महिलाओं को अपमानित करनेवाला बजट

जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष सह पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्‍पू यादव ने दूसरी बार केंद्र में आयी मोदी सरकार के पहले बजट पर भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आम बजट गांव, गरीब, किसान, युवा, बुजुर्ग और महिलाओं को अपमानित व विश्वासघात करनेवाला है. स्वास्थ्य पर भी सरकार की उदासीनता नजर आयी है. बजट में बिहार को ना तो विशेष राज्‍य का दर्जा मिला, ना ही विशेष पैकेज, ना ही एम्‍स. मोदी सरकार ने बजट में बिहार को धोखा दिया.

मांझी बोले- देश को गुलामी की तरफ ले जानेवाला है बजट

केंद्रीय आम बजट को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि बजट जन विरोधी और देश को गुलामी की तरफ ढकेलने वाला है. उन्होंने कहा कि बजट में ना तो शिक्षा में गुणवत्ता पूर्ण सुधार के बात का जिक्र है, ना ही रोजगार पैदा करने की कोई ठोस योजना का जिक्र. कृषि एवं किसानों के लिए भी इस बजट में कोई दिशा नहीं दिखायी दे रही है. पेट्रोल डीजल के मूल्य बढ़ने का असर सीधे तौर पर मंहगाई पर पड़ेगा. इससे घरेलू समान की कीमतें बढ़ेंगी. कुल मिलाकर यह बजट निराश करनेवाला है.

कांग्रेस ने कहा- दिशाहीन है केंद्रीय बजट

आम बजट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने कहा कि बजट दिशाहीन है. समाज के मध्यवर्ग के समर्थन से सत्ता में आयी भाजपा सरकार ने मध्यम वर्ग पर बोझ बढ़ा दिया है. पेट्रोल एवं डीजल पर एक रुपया एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने से महंगाई बढ़ेगी. महंगाई एवं मुद्रास्फीति बढ़ने के बाद भी आयकर में कोई परिवर्तन नहीं करना मध्यवर्ग पर बड़ा बोझ डालेगा. रोजगार सृजन के लिए कोई कारगर योजना का प्रस्ताव बजट में नहीं है. सोना पर टैक्स बढ़ाने से महिलाएं प्रभावित होंगी तथा मध्य वर्ग एवं गरीब इससे प्रभावित होंगे. बजट विकास विरोधी है.

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