पटना : किसानों और मजदूरों की समस्याओं की सुनवाई के लिए जनता दरबार
पटना : बाढ़ अनुमंडल में शुक्रवार को अनुमंडल अधिकारी सुमित कुमार और सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह द्वारा जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी गयी. एसडीओ को जमीन से जुड़े मामलों और विस्थापितों से जुड़ी समस्याओं पर शिकायत सुनने के लिए अधिकृत किया गया था. वहीं, एएसपी लिपि सिंह के पास एनटीपीसी में सक्रिय […]
पटना : बाढ़ अनुमंडल में शुक्रवार को अनुमंडल अधिकारी सुमित कुमार और सहायक पुलिस अधीक्षक लिपि सिंह द्वारा जनता दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं सुनी गयी. एसडीओ को जमीन से जुड़े मामलों और विस्थापितों से जुड़ी समस्याओं पर शिकायत सुनने के लिए अधिकृत किया गया था. वहीं, एएसपी लिपि सिंह के पास एनटीपीसी में सक्रिय स्थानीय रंगदारों, कंपनी के ठेकेदारों से प्रभावित मजदूर अपनी समस्याएं लेकर आये थे.
जनता दरबार में दो सौ से अधिक फरियादी उपस्थित हुए तथा 50 से अधिक लोगों ने अपना आवेदन दिया. एएसपी लिपि सिंह के जन संवाद कार्यक्रम में उपस्थित मजदूरों की समस्याएं थीं कि हर महीने इनके मजदूरी के पैसे से दो से चार हजार रुपये जबरन ले लिये जाते हैं और विरोध करने पर नौकरी से निकाल दिया जाता है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि मजदूरों को जनता दरबार में आने से रोका भी गया.
एक ठेकेदार हिरासत में
शिकायत मिलने के बाद एएसपी थानेदारों और पूरी पुलिस फोर्स के साथ एनटीपीसी के अंदर गयी और मजदूरों को जनता दरबार में आने के लिए प्रेरित किया. जनता दरबार में मौजूद लोगों को डराने और प्रलोभन देने की शिकायतें मिलने के बाद एक ठेकेदार को हिरासत में भी लिया गया.
इसके बाद बड़ी संख्या में फरियादी उमड़ पड़े. सभी मजदूरों की एक ही शिकायत थी कि यहां पर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा तय मजदूरी के प्रावधानों का उल्लंघन किया जाता है, जो भी मजदूरी मिलती है उसमें से पैसे काट लिये जाते हैं.
जनता दरबार में सभी लोगों के आवेदनों को लिया गया है तथा उनके आवेदनों की सत्यता की जांच कर आगे की कार्रवाई की जायेगी. वहीं, एसडीएम के जनता दरबार में कई लोगों ने शिकायत की कि जिनकी जमीन अधिगृहीत हुई थी, उनको नौकरी से भी निकाल दिया गया. जनता दरबार में सुरक्षा के लिए मोकामा, बाढ़, एनटीपीसी, पंडारक, समयागढ़ और अथमलगोला थानों की पुलिस के अलावा भारी संख्या में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गयी थी.