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पटना सिटी : मांग पर अड़े जूनियर डॉक्टर हड़ताल जारी, मरीज परेशान

पीएमसीएच : इमरजेंसी से लेकरओपीडी तक भटकते रहे मरीज पटना : हड्डी रोग विभागाध्यक्ष को पद से हटाने और फेल छात्रों की कॉपी दोबारा जांच कराने की मांग को लेकर पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर शनिवार को भी पूरे दिन हड़ताल पर रहे. उनके हड़ताल पर रहने से इलाज की व्यवस्था चरमरा गयी और मरीज इमरजेंसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 7, 2019 6:46 AM
पीएमसीएच : इमरजेंसी से लेकरओपीडी तक भटकते रहे मरीज
पटना : हड्डी रोग विभागाध्यक्ष को पद से हटाने और फेल छात्रों की कॉपी दोबारा जांच कराने की मांग को लेकर पीएमसीएच के जूनियर डॉक्टर शनिवार को भी पूरे दिन हड़ताल पर रहे.
उनके हड़ताल पर रहने से इलाज की व्यवस्था चरमरा गयी और मरीज इमरजेंसी से लेकर ओपीडी व वार्डों में इलाज को लेकर भटकते व परेशान होते रहे. हड़ताल खत्म कराने को लेकर पीएमसीएच अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद की जूनियर डॉक्टरों के साथ वार्ता भी विफल रही. जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगी.
डबल ड्यूटी व अतिरिक्त डॉक्टर की व्यवस्था भी नाकाफी : जूनियर डॉक्टरों के विकल्प के तौर पर पीएमसीएच प्रशासन ने सीनियर डॉक्टरों की ड्यूटी डबल करने के साथ ही इंटर्न सहित 35 अतिरिक्त डॉक्टरों की व्यवस्था की.
लेकिन, यह व्यवस्था भी नाकाफी रही. पीएमसीएच ओपीडी में रोजाना तीन हजार से अधिक मरीजों का इलाज किया जाता है, जबकि इसके मुकाबले शनिवार को सिर्फ 1280 मरीजों का ही रजिस्ट्रेशन किया जा सका. ओपीडी में डॉक्टर चैंबर के बाहर मरीजों के लंबी-लंबी लाइन थी. वहीं, इमरजेंसी में रविवार की रात्रि 12 बजे से शनिवार को पूरे दिन में सिर्फ 360 मरीजों को ही एडमिट किया जा सका. इससे इमरजेंसी में बेड खाली दिखे.
हुए सिर्फ छोटे-बड़े 17 ऑपरेशन : सामान्य दिनों में पीएमसीएच के सभी ओटी मिला कर 40-45 छोटे-बड़े ऑपरेशन किये जाते हैं. लेकिन, हड़ताल की वजह से शनिवार को छोटे-बड़े सिर्फ 17 ऑपरेशन ही किये गये. पीएमसीएच प्रशासन ने बताया कि शुक्रवार को ही जूनियर डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया था. इसके चलते शनिवार के अधिकतर ऑपरेशन रद्द कर दिये गये. सिर्फ गंभीर मरीजों का ही ऑपरेशन हुआ.
विभागाध्यक्ष से मांगा गया स्पष्टीकरण
पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि जूनियर डॉक्टर से वार्ता किया, जो सफल नहीं हुआ. पीजी छात्रों ने विभागाध्यक्ष पर जो आरोप लगाया है, उसके आधार पर विभागाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा गया है. स्पष्टीकरण के जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी. रविवार को सिविल सर्जन से मांगे गये 50 अतिरिक्त डॉक्टर मिलने की उम्मीद है.
इमरजेंसी में बढ़ गये मरीज
जमीन पर बेड लगा करना पड़ रहा उपचार
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल की सेंट्रल इमरजेंसी में बीते शुक्रवार की रात से उपचार कराने के लिए मरीजों की तादाद बढ़ने लगी है. स्थिति यह है कि महज 75 बेड की व्यवस्था वाले इमरजेंसी में मरीजों के भर्ती रहने की स्थिति में उपचार कराने आये मरीजों को इमरजेंसी के बरामदे में बेड लगा कर उपचार किया जा रहा है.
एनएमसीएच के जूनियर डॉक्टरों का समर्थन
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि रंजन कुमार रमन की अध्यक्षता व सचिव डॉ राहुल शेखर के संचालन में बैठक हुई, जिसमें पीएमसीएच में जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल का नैतिक समर्थन करते हुए कहा है कि 24 घंटे के अंदर समस्या का समाधान हो. ऐसा नहीं होने पर एनएमसीएच के साथ सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर कार्य बहिष्कार करेंगे.

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