बाढ़ : नप कार्यालय में की तालाबंदी कूड़ा फेंक कर जताया विरोध

वेतन के लिए सफाईकर्मियों ने दिखाया गुस्सा बाढ़ : नगर पर्षद में सोमवार को सफाईकर्मियों ने वेतन भुगतान नहीं होने के विरोध में फिर कार्यालय के मेनगेट में तालाबंदी कर नारेबाजी की. गुस्साये कर्मियों ने आसपास से कूड़ा लाकर मेन गेट के सामने फेंक दिया. इस कारण दिन भर कार्यालय में अफरा-तफरी मची रही. दूसरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 9, 2019 9:15 AM
वेतन के लिए सफाईकर्मियों ने दिखाया गुस्सा
बाढ़ : नगर पर्षद में सोमवार को सफाईकर्मियों ने वेतन भुगतान नहीं होने के विरोध में फिर कार्यालय के मेनगेट में तालाबंदी कर नारेबाजी की. गुस्साये कर्मियों ने आसपास से कूड़ा लाकर मेन गेट के सामने फेंक दिया. इस कारण दिन भर कार्यालय में अफरा-तफरी मची रही. दूसरी तरफ, सफाई नहीं होने से रिमझिम बरसात के बाद नगर के विभिन्न वार्डों एवं मुख्य मार्ग पर गंदगी का ढेर लग गया है. नगर पर्षद में करीब 100 सफाईकर्मियों का वेतन चार मार्च से नहीं मिला है.
पिछले दिनों तालाबंदी के बाद उन्हें शीघ्र ही वेतन भुगतान कराने का भरोसा दिया गया था, लेकिन जब वेतन नहीं मिला तो सफाईकर्मी अचानक भड़क उठे. नगर पर्षद के प्रशासनिक भवन के मुख्य गेट में तालाबंदी कर दी. इसके बाद उन्होंने जमकर हंगामा किया. बाद में कार्यपालक पदाधिकारी को सफाईकर्मियों का आक्रोश भी झेलना पड़ा. इस संबंध में नगर प्रशासन द्वारा बाढ़ थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ तालाबंदी करने एवं मेनगेट पर गंदगी फैलाने के आरोप में कार्रवाई को लेकर प्रतिवेदन दिया गया है.
हड़ताल को लेकर नगर की सफाई व्यवस्था चरमराई
अचानक सफाईकर्मियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण नगर की सफाई व्यवस्था चरमरा गयी है. मुख्य मार्गों की स्थिति नारकीय बन कर रह गयी है.
कई नालों में बरसात के कारण पानी भर गया है. नप की कार्यपालक पदाधिकारी जया ने बताया कि सफाईकर्मियों के लंबित वेतन भुगतान से संबंधित सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन कुछ वित्तीय और ट्रेजरी के ऑनलाइन भुगतान को लेकर तकनीकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. शीघ्र ही वेतन भुगतान कर दिया जायेगा.
वहीं सफाईकर्मी कपिल मल्लिक का कहना है कि वेतन नहीं मिलने के कारण सफाईकर्मी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं. उपमुख्य पार्षद अनिल गुप्ता ने बताया कि सफाईकर्मियों के वेतन भुगतान को लेकर छह जुलाई को बैठक की गयी थी, लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी के नहीं रहने के कारण समाधान नहीं निकल पाया.
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि असंंतुष्ट वार्ड पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच चल रहे शीतयुद्ध के कारण नगर पर्षद का कामकाज बाधित हो रहा है. हाल ही में उन के बीच में नोकझोंक हुई थी.

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