पटना के गैंडा प्रजनन केंद्र में लगेगा बंबूसा, प्राकृतिक माहौल तैयार करेगा भागलपुर का ”बंबूसा”
आज सुबह संजय गांधी जैविक उद्यान के लिए भेजा जायेगा बंबूसा बाल्कोआ बांस भागलपुर : संजय गांधी जैविक उद्यान स्थित गैंडा प्रजनन व संरक्षण केंद्र में गैंडा के अनुरूप प्राकृतिक माहौल तैयार करने में भागलपुर में उत्पादित बंबूसा बाल्कोआ बांस मदद करेगा. रविवार को टीएनबी कॉलेज परिसर स्थित टीश्यू कल्चर लैब से पांच फीट ऊंचाई […]
आज सुबह संजय गांधी जैविक उद्यान के लिए भेजा जायेगा बंबूसा बाल्कोआ बांस
भागलपुर : संजय गांधी जैविक उद्यान स्थित गैंडा प्रजनन व संरक्षण केंद्र में गैंडा के अनुरूप प्राकृतिक माहौल तैयार करने में भागलपुर में उत्पादित बंबूसा बाल्कोआ बांस मदद करेगा. रविवार को टीएनबी कॉलेज परिसर स्थित टीश्यू कल्चर लैब से पांच फीट ऊंचाई वाले 3000 बांस के पौधे संजय गांधी जैविक उद्यान भेजे जायेंगे.
ये है वजह : जानकारी के अनुसार गैंडे असम इलाके में सर्वाधिक पाये जाते हैं और बांस की प्रजाति बंबूसा बाल्कोआ असम के जंगलों में बहुतायत पायी जाती है. बंबूसा बाल्कोआ बांस के बीच विचरण करते हुए गेंडा को अपने अनुरूप प्राकृतिक अनुभूति मिलती है.
निदेशक के निर्देश पर वन विभाग की पहल : संजय गांधी जैविक उद्यान के पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण निदेशक ने वन विभाग को पांच फीट ऊंचाई वाले तीन हजार बांस के पौधे उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था. इस पर वन विभाग के भागलपुर वन प्रमंडल पदाधिकारी ने टीएनबी कॉलेज स्थित प्लांट एवं टिश्यू कल्चर लैब केप्रमुख अनुसंधानकर्ता को बांस के पौधे उपलब्ध कराने का निर्देश जारी किया.
संजय गांधी जैविक उद्यान को बंबूसा बाल्कोआ बांस के तीन हजार पौधे रविवार सुबह भेजे जायेंगे. बांस की इस प्रजाति में स्टील से भी अधिक ताकत होती है और इसमें दीमक नहीं लगता है. इसके बीच गैंडे कंफर्ट महसूस करेंगे और इससे प्रजनन भी बढ़ेगा.
प्रो एके चौधरी, प्रमुख अनुसंधानकर्ता, प्लांट एवं टिश्यू कल्चर लैब, टीएनबी कॉलेज