पटना : अभिलेखागार में रखे 10 करोड़ दस्तावेज होंगे ऑनलाइन : डिप्टी सीएम
पटना : अब कोई भी राज्य अभिलेखागार में रखे दस्तावेजों को आॅनलाइन पढ़ सकेगा. सरकार 10 करोड़ दस्तावेजों को डिजिटलाइजेशन करने जा रही है. अमेरिकी इतिहासकार वाल्टर हाउजर के पास स्वामी सहजानंद से जुडे दस्तावेजों को अभिलेखागार में सौंपने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यह जानकारी दी. रविवार को […]
पटना : अब कोई भी राज्य अभिलेखागार में रखे दस्तावेजों को आॅनलाइन पढ़ सकेगा. सरकार 10 करोड़ दस्तावेजों को डिजिटलाइजेशन करने जा रही है. अमेरिकी इतिहासकार वाल्टर हाउजर के पास स्वामी सहजानंद से जुडे दस्तावेजों को अभिलेखागार में सौंपने के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यह जानकारी दी.
रविवार को चिंताहरण सिंह जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर यह दस्तावेज अभिलेखागार को भेंट किया गया. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जितना शोध देश व बिहार के इतिहास पर विदेशों में हुआ है, उतना शोध अब तक हमारे देश में नहीं हुआ है.
इसलिए जरूरी है कि अभिलेखागार में रखे गये सभी 10 करोड़ दस्तावेजों की जानकारी आमलोगों तक पहुंचे. इसलिए जल्द से जल्द सभी दस्तावेजों को वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन किया जायेगा. इसकी शुरुआत अगस्त में होगी. करीब 80 लाख दस्तावेज, जो डिजिटलाइज हो गये हैं, उन्हें ऑनलाइन कर दिया जायेगा.
चिंताहरण सिंह जन्मशताब्दी वर्ष पर दस्तावेज अभिलेखागार को किया गया भेंट
डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि वाल्टर हाउजर ने किसान नेता स्वामी सहजानंद पर शोध किया था. इसके लिए वह शोध के दौरान उन सभी लोगों से मुलाकात कि जो स्वामी जी के करीब थे या उनके किसी ना किसी तरह से संपर्क में थे.
स्वामी सहजानंद के दस्तावेजों का भी होगा डिजिटलाइजेशन
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी सहजानंद के सीताराम आश्रम के दस्तावेजों का भी डिजिटलाइजेशन किया जायेगा और उसे विकसित किया जायेगा. इसकी शुरुआत में यहां बड़े मेले का आयोजन होगा, ताकि वह तीर्थस्थल के रूप में विकसित हो सके. मंत्रिमंडल सचिवालय के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा कि हम इतिहास के प्रति सजग नहीं हैं.
इन्हीं कारणों से हम पुरानी गलतियों को दोहराते रहते हैं. डॉ सत्यजीत ने कहा कि बिहटा में स्थापित स्वामी जी के आश्रम के दस्तावेजों को भी डिजिटलाइजेशन किया जाना चाहिए. उन्होंने बिहटा में बनने वाले एयरपोर्ट का नाम स्वामी सहजानंद के नाम पर रखे जाने की मांग की.