पटना :राजगीर में रोपवे से निराश लौटे पर्यटक, लाखों का नुकसान
पर्यटन निगम कर्मियों की हड़ताल का असर देर शाम हड़ताल वापस लेने की घोषणा की पटना : बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के 250 कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से सोमवार को पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हजारों रुपये खर्च कर राजगीर पहुंचने वाले पर्यटकों को रोपवे का आनंद नहीं ले […]
पर्यटन निगम कर्मियों की हड़ताल का असर
देर शाम हड़ताल वापस लेने की घोषणा की
पटना : बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के 250 कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से सोमवार को पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ा. हजारों रुपये खर्च कर राजगीर पहुंचने वाले पर्यटकों को रोपवे का आनंद नहीं ले सके, क्योंकि रोपवे का संचालन नहीं हो सका. इसके कारण लगभग दो हजार देशी-विदेशी पर्यटकों को निराश लौटना पड़ा और बिना शांति स्तूप का दर्शन किये लौट गये.
इसके अलावा गोलघर लेजर लाइट, प्रीपेड ऑटो सर्विस, होटल यूनिट, एमवी विहार गंगा आदि का परिचालन ठप रहा. पर्यटन निगमकर्मियों की हड़ताल के कारण सरकार के विभिन्न विभाग और निगम के अधिकारियों को वाहन नहीं मिल सका, जिसके कारण उन्हें निजी वाहनों से कार्यालय आना पड़ा. सेवाएं बाधित होने से निगम को 3 से 4 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा.
जांच रिपोर्ट आने तक हड़ताल स्थगित : इस बीच पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक और बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम कर्मचारी संघ के बीच निलंबित कर्मचारी गोवर्धन प्रसाद के मामले पर आज दो बार वार्ता हुई. मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम के गठन के निर्णय के बाद संघ ने हड़ताल वापस लेने का फैसला किया. संघ के महामंत्री लक्ष्मी कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आने तक हड़ताल स्थगित करने का फैसला लिया गया है.
नयी जांच कमेटी में मुख्य अभियंता ओम प्रकाश अंबरकर और महाप्रबंधक प्रीतेश्वर प्रसाद और प्रबंधक प्रशासन मनहर सती प्रसाद शामिल हैं. जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार श्रीवास्तव से संपर्क किया गया, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.