लोकसभा में उठा बिहार व असम में बाढ़ की स्थिति का मुद्दा, कांग्रेस ने सरकार पर लगाया ये आरोप
नयी दिल्ली : लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस सदस्यों ने असम और बिहार में बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति के मुद्दे को उठाया और सरकार पर स्थिति से ठीक ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाया. भाजपा ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया. प्रश्नकाल के ठीक बाद कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि […]
नयी दिल्ली : लोकसभा में बुधवार को कांग्रेस सदस्यों ने असम और बिहार में बाढ़ के कारण उत्पन्न स्थिति के मुद्दे को उठाया और सरकार पर स्थिति से ठीक ढंग से नहीं निपटने का आरोप लगाया. भाजपा ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया. प्रश्नकाल के ठीक बाद कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि असम, बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर है. किसान परेशान हैं, उनकी फसल डूब गयी है. अनेक लोग मारे गये हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं. उन्होंने ब्रह्मपुत्र नदी के तटबंध के लिये विशेष पैकेज की मांग की.
कांग्रेस के ही मोहम्मद जावेद ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने बाढ़ प्रभावित बिहार की मदद के लिये कुछ नहीं किया. लोग परेशान है. प्रदेश सरकार भी कोई सुविधा नहीं दे रही है. भाजपा के रामकृपाल यादव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सदन को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार को 261 करोड़ रुपये दिये गये हैं और केंद्र एवं राज्य सरकार लोगों को राहत प्रदान करने के लिये हर संभव प्रयास कर रही है.
बहरहाल, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सांसद रमेश बिधुड़ी की उस समय खिंचाई की जब वे आसन से अनुमति नहीं मिलने के बावजूद बार बार अपनी बात रखने का प्रयास कर रहे थे. स्पीकर ने संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद पटेल से कहा कि वह अपनी पार्टी के सदस्य को समझाएं. भाजपा के रमेश बिधुड़ी दिल्ली में पानी की कमी के विषय को उठाना चाह रहे थे, लेकिन तब तक स्पीकर ओम बिरला लोकसभा में ‘वर्ष 2019-20 के लिए ग्रामीण विकास तथा कृषि और किसान कल्याण मंत्रालयों के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों’ पर चर्चा का जवाब देने के लिये केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का नाम पुकार चुके थे और मंत्री ने बोलना भी शुरू कर दिया था.