पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात को साबित कर दिया है कि पारदर्शिता में उनका कोई मुकाबला नहीं है. साफ और बेबाक बात कहना उनके व्यक्तित्व की पहचान है.
देश में ऐसा कोई अन्य मुख्यमंत्री नहीं होगा जो यह इस तथ्य को स्वीकार करे कि उसके शासनकाल में अपराध में थोड़ी भी वृद्धि हुई है. उक्त बातें जदयू के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह ने कहीं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में अपराध के आंकड़ों के साथ उसे स्वीकार किया कि पिछले चंद महीनों में राज्य के अंदर आपराधिक घटनाओं में कुछ वृद्धि हुई है.
उन्होंने अपराध के आंकड़ों के कारणों की भी व्यापक तौर पर चर्चा की. हर तरह की आपराधिक घटनाओं के पीछे के कारणों का विस्तृत विश्लेषण किया. हत्या जैसी घटनाओं के पीछे जमीन और संपत्ति विवाद अहम कारण है और सरकार ऐसे मामलों को न्यूनतम स्तर पर लाने के लिए काम कर रही है. लूट की घटनाओं के पीछे बिहार के वित्तीय ढांचे का मजबूत होना और वाहन चोरी की घटनाओं में वृद्धि के पीछे भी अपना तार्किक कारण है. विपक्ष को शायद यह बात भी गले से नीचे नहीं उतरी कि मुख्यमंत्री सच बोल रहे हैं. झूठ पर आधारित राजनीति करने वालों की निराशा समझी जा सकती है.