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अगले साल खाली होंगी विधान परिषद की 27 सीटें
शशिभूषण कुंवर पटना : विधान परिषद की अगले साल 2020 में कुल 27 सीटें खाली हो जायेंगी. वर्तमान में इस सदन की दो सीटें रिक्त हैं. ये दोनों सीटें नामांकन कोटे की हैं, जो पशुपति कुमार पारस व राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के कारण रिक्त हुई है. विधान परिषद […]
शशिभूषण कुंवर
पटना : विधान परिषद की अगले साल 2020 में कुल 27 सीटें खाली हो जायेंगी. वर्तमान में इस सदन की दो सीटें रिक्त हैं. ये दोनों सीटें नामांकन कोटे की हैं, जो पशुपति कुमार पारस व राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के कारण रिक्त हुई है. विधान परिषद की जो सीटें रिक्त होनेवाली है, उसमें विधानसभा निर्वाचन कोटे के अलावा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और नामांकित होनेवाली सीटें शामिल हैं.
इसमें विधानसभा कोटे की नौ सीटें, नामांकन कोटे की 10 सीटें, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटें शामिल हैं. विधान परिषद में विधानसभा सदस्यों द्वारा निर्वाचित जिन सदस्यों का कार्यकाल मई 2020 में समाप्त हो जायेगा उनमें भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी, कृष्ण कुमार सिंह, प्रशांत कुमार शाही, संजय प्रकाश, सतीश कुमार, राधा मोहन शर्मा, सोनेलाल मेहता, मो हारुण रसीद और हीरा प्रसाद बिंद का कार्यकाल शामिल हैं. इसके अलावा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र की चार सीटें रिक्त होंगी.
पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार , दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से दिलीप कुमार चौधरी, तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से देवेश चंद्र ठाकुर और कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से डा एनके यादव का कार्यकाल भी मई 2020 में समाप्त हो जायेगा.
साथ ही चार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की सीटें जिसमें पटना शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रो नवल किशोर यादव, दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से मदन मोहन झा, तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रो संजय कुमार सिंह व सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से केदार नाथ पांडेय का कार्यकाल पूरा हो जायेगा.
नामांकन कोटे से विधान परिषद सदस्य बने 10 सीटों का कार्यकाल भी 2020 में पूरा हो जायेगा. इसमें जावेद इकबाल अंसारी, ललन कुमार सर्राफ, राम चंद्र भारती, राम लषण राम रमन, डा रामबचन राय, राणा गंगेश्वर सिंह, रणवीर नंदन, संजय कुमार सिंह, शिव प्रसन्न यादव और विजय कुमार मिश्रा का कार्यकाल मई 2020 को खत्म हो रहा है.
नवंबर से वोटर लिस्ट बनाने का काम हो जायेगा शुरू
बिहार विधान परिषद की चार स्नातक निर्वाचन क्षेत्र और चार शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए होनेवाले चुनाव के लिए नवंबर से मतदाता सूची तैयार करने का काम शुरू हो जायेगा. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के मतदाता या प्रत्याशी होने के लिए आवश्यक है कि वह व्यक्ति अन्य शर्तों के अलावा पहली नवंबर 2019 के तीन साल पहले स्नातक की डिग्री प्राप्त कर लिया हो. इसी तरह से शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के लिए मतदाता और प्रत्याशी होने के लिए योग्यता है कि वह व्यक्ति पिछले छह साल में कम से कम तीन साल तक शिक्षक होना चाहिए.
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